इमाम हसन अलैहिस्सलाम
Jun २६, २०१६ १३:२१ Asia/Kolkata
इमाम हसन अलैहिस्सलाम
बहुत ज़्यादा हंसी-मज़ाक़ से इंसान अपना सम्मान व व्यक्तित्व खो देता है, ख़ामोश रहने वाले अकसर सम्मानीय लगते हैं।
इमाम हसन अलैहिस्सलाम
बहुत ज़्यादा हंसी-मज़ाक़ से इंसान अपना सम्मान व व्यक्तित्व खो देता है, ख़ामोश रहने वाले अकसर सम्मानीय लगते हैं।