सोमवार- 3 अगस्त
3 अगस्त वर्ष 2008 को रूस के प्रसिद्ध इतिहासकार और लेखक एलेक्ज़ेन्डर सोलज़नीस्तीन ALEXANDER SOLZHENITSYN का निधन हुआ।
वह वर्ष 1918 को दक्षिणी रूस के काकेशिया क्षेत्र में जन्मे थे और युवाकाल में उन्होंने भौतिक विज्ञान और गणित में शिक्षा प्राप्त की। सोवियत संघ पर नाज़ी जर्मन के आक्रमण के बाद उन्होंने अपने देश की रक्षा की और वीरता का मैडल प्राप्त किया किन्तु युद्ध की समाप्ति के बाद कम्युनिस्ट विचारधारा रखने के बावजूद स्टेलिन की दमनकारी नीतियों की आलोचना करने के कारण उन्हें साइबेरिया की ओर देश निकाला दे दिया गया। कुछ समय बंदी और देश निकाला जीवन व्यतीत करने के बाद वर्ष 1956 में वे स्वतंत्र हुए और उन्होंने अपनी कुछ पुस्तकों का प्रकाशन किया। वर्ष 1970 में उन्हें साहित्य के नोबल पुरस्कार से सम्मानित किया गया। वर्ष 1974 में सोलज़नीस्तीन को एक बार फिर सोवियत सरकार की आलोचना करने के कारण गिरफ़्तार कर लिया गया और देश निकाला दे दिया गया। सोवियत संघ में कम्युनिस्ट के विघटन और इस देश में राजनैतिक वातावरण उत्पन्न होने के बाद रूसी यह लेखक और आलोचक स्वदेश लौटा और उनका सम्मान किया गया। इन सबके बावजूद सोलज़नीस्तीन, रूसी सरकार की पश्चिम की लेबर्लिज़्म विचारधारा के अनुसरण करने और रूसी जनता द्वारा अध्यात्म और ईश्वर से दूरी के कारण यथावत आलोचना करते थे। उन्होंने कई महत्त्वपूर्ण पुस्तकें लिखी हैं जिनमें One Day In The Life Of Ivan Denisovich का नाम लिया जा सकता है।
- 3 अगस्त सन् 1108 में लुई षष्ठम फ्रांस का सम्राट बना।
- 3 अगस्त सन् 1347 में अलाउद्दीन बहमन शाह ने बहमनी सल्तनत (1317-1518) की स्थापना की।
- 3 अगस्त सन् 1492 में यूरोपीय देश स्पेन से सभी यहूदियों को आतंकी गतिविधियों में लिप्त होने के कारण बाहर निकाला गया।
- 3 अगस्त सन् 1492 को इटली के नाविक क्रिस्टोफर कोलंबस तीन जहाज़ों के साथ स्पेन से भारत की खोज पर रवाना हुआ।
- 3 अगस्त सन् 1678 में राबर्ट लासैले ने अमेरिका में पहले जहाज़ का निर्माण किया।
- 3 अगस्त सन् 1914 को प्रथम विश्व युद्ध के दौरान जर्मनी ने फ्रांस के ख़िलाफ़ युद्ध की घोषणा की।
- 3 अगस्त सन् 1933 में मिकी माउस वॉच पहली बार पेश की गई।
- 3 अगस्त सन् 1934 में एडोल्फ़ हिटलर ने चांसलर और राष्ट्रपति के पद का विलय कर खुद को नेता घोषित किया।
- 3 अगस्त सन् 1960 में पश्चिमी अफ्रीक़ी देश नाइजर ने फ्रांस से स्वतंत्रता हासिल की।
- 3 अगस्त सन् 1979 में अमेरिका ने नेवादा में परमाणु परीक्षण किया।
- 3 अगस्त सन् 1981 में फ्रांस ने प्रशांत महासागर में परमाणु परीक्षण किया।
- 3 अगस्त सन् 2004 में अमेरिकी अंतरिक्ष यान मैसेंजर बुध ग्रह के लिए रवाना हुआ।
- 3 अगस्त सन् 2007 को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन के लिए रवाना हुआ रूसी अंतरिक्ष यान प्रोग्रेस एम-61 सफलतापूर्वक अपनी कक्षा में पहुँचा।
- 3 अगस्त सन् 2009 को क्लस्टर बम पर प्रतिबंध को लेकर 102 देशों के समर्थन से हुई वैश्विक संधि में अमेरिका, रूस, ब्रिटेन आदि शामिल नहीं हुए।
3 अगस्त वर्ष 1960 ई को अफ़्रीक़ी देश नाइजर को स्वाधीनता मिली और संयुक्त राष्ट्र संघ की सदस्यता ग्रहण कर ली । यह देश 18वीं ईसवी शताब्दी से फ़्रांस के अधिकार में और वर्ष 1922 में इस देश में फ़्रांस की सैनिक छावनी की स्थापना से आपैचारिक रुप से यह देश फ्रांस का उपनिवेष बन गया किन्तु धीरे धीरे नाइजर की जनता ने विद्रोह किया और उनतत: आज के दिन अपने देश को स्वाधीनता दिलाई। नाइजर अफ़्रिक़ा के परिचम में स्थित है। इस का क्षेत्र फल 1267000 वर्ग कि भी है लीबिया, चाद, माली तथा बेनीन इस के पड़ोसी देश हैं।
3 अगस्त सन 1492 ईसवी को इटली के नाविक क्रिस्टोफ़र कोलम्बस की सबसे लम्बी समुद्री यात्रा का आरंभ हुई। स्पेन के राजा और रानी के साथ क्रिस्टोफर कोलम्बस का एक समझौता हुआ। जिसके आधार पर उन्हे भारत तक जाने वाला नया जलमार्ग खोजना था। इसी लक्ष्य के अंतर्गत कोलम्बस स्पेन की पाओलोस बंदरगाह से 3 नौकाओं और 120 नाविकों के साथ यात्रा पर रवाना हुए। 33 दिनों की यात्रा के बाद उन्हें भूमि मिली कोलम्बस और उनके साथी समझ रहे थे कि वे भारत पहुँच गये हैं किंतु वास्तुव में वे अमरीका महाद्वीप में स्थित सल्वाडोर द्वीप पहुँचे थे इस प्रकार से कोलम्बस ने अनजाने में अमरीका महाद्वीप की खोज कर ली।
3 अगस्त सन 1860 ईसवी को इटली के राष्ट्रवादी कमांडर गैरीबेल्डी के परिश्रम से सिसली द्वितीय इटली का भाग बन गया। सिसली के लोगों ने वर्षो तक फ़्रांसवा द्वीप के अधीन रहकर बड़े दुख उठाए थे अत: उन्होंने गैरीबेल्डी और उनके साथियों का साथ दिया और 80 दिनों के युद्ध के बाद सिसली, का इटली में विलय हो गया।
3 अगस्त सन 1914 ईसवी को एक नौका ने पनामा नहर पार की इस प्रकार से इस नहर का उदघाटन हुआ। इस नहर की खुदाई का काम फ़्रांस के इंजीनियरों ने आरंभ किया था किंतु इसे पूरा अमरीकियों ने किया 68 किलोमीटर लम्बी इस नहर के बन जाने के बाद प्रशांत महासागर और एटलांटिक महासागर एक दूसरे से जुड़ गये।
3 अगस्त सन 1954 ईसवी को फ़्रांसीसी लेखिका गैबरियल कोलेट का निधन हुआ उनका जन्म 1873 इसवी में हुआ। उनके लेखों में अधिकतर उनकी जवानी के समय की घटनाओं का उल्लेख है जो बहुत ही रोचक थीं।
3 अगस्त सन 1978 ईसवी को जायोनी शासन ने एक और आतंकवादी कार्यवाही करते हुए पेरिस में फिलिस्तीन स्वतंत्रता संगठन पी एल ओ के दूत इज़्ज़ुददीन क़लक़ की हत्या करवा दी। 1970 और 80 के दशक में ज़ायोनी शासन की गुप्तचर सेवा मोसाद ने पी एल ओ के कई अधिकारियों और नेताओ की हत्या की और उसे ज़ायोनी शासन के साथ संधि करने पर विवश कर दिया किंतु फ़िलिस्तीनी जनता ने इसके बावजूद अतिग्रमणकारी ज़योनी शासन के विरुद्ध अपने संघर्ष को जारी रखा।
***
13 मुर्दाद वर्ष 1366 हिजरी शम्सी को प्रसिद्ध धर्मगुरु आयतुल्लाह सैयद अली अकबर बुरक़ई का निधन हो गया। उनकी उपाधि काशिफ है। वे ईरान के पवित्र नगर कुम में पैदा हुए थे और आरंभिक शिक्षा के बाद उच्च धार्मिक शिक्षा की प्राप्ति के लिए वे इराक के पवित्र नगर नजफ चले गये।
आयतुल्लाह बुरक़ेई ने दूसरे विश्व युद्ध के दौरान जनता की सहायता के लिए राहत संस्था का गठन किया और युद्ध के बाद भी सक्रिय रहे। उन्होंने एक वरिष्ठ धर्मगुरु के रूप में पेरिस सम्मेलन और वियना में भी भाषण दिया और वहां से वापसी के बाद उन्हें ईरान के पहलवी शासक ने पहले शीराज़ और फिर यज़्द में रहने पर विवश किया और शहर बदर की यह स्थिति चौदह वर्षों तक जारी रही। उन्होंने बहुत सी मूल्यवान पुस्तकें भी लिखी हैं।
***
13 ज़िलहिज वर्ष 376 हिजरी क़मरी को विश्व विख्यात गणितज्ञ अली बिन अहमद अंताकी का निधन हुआ। अली बिन अंताकी का जन्म वर्तमान तुर्की के अंताकिया क्षेत्र में हुआ था। उन्होंने बग़दाद में शिक्षा ग्रहण की थी। उन्होंने अपने काल मे गणित के क्षेत्र मे ख्याति अर्जित की। अली बिन अहमद अंताकी ने बहुत सी पुस्तकें लिखी हैं जिनमे तफ़सीरे यूक्लिडस, अलमवाज़ीनुल अदीदा उल्लेखनीय हैं।