क़ुरआन ईश्वरीय चमत्कार-643
क़ुरआन ईश्वरीय चमत्कार-643
وَقَالَ الَّذِينَ لَا يَرْجُونَ لِقَاءَنَا لَوْلَا أُنْزِلَ عَلَيْنَا الْمَلَائِكَةُ أَوْ نَرَى رَبَّنَا لَقَدِ اسْتَكْبَرُوا فِي أَنْفُسِهِمْ وَعَتَوْا عُتُوًّا كَبِيرًا (21)
और जिन्हें हमसे मिलने की आशा नहीं है (और जो प्रलय का इन्कार करते हैं), उन्होंने कहा कि फ़रिश्ते हम पर क्यों नहीं उतरे या फिर हमने अपने पालनहार को क्यों नहीं देखा? निश्चय ही उन्होंने अपने मन में बड़ा घमंड किया और बड़ी उद्दंडता की। (25:21)
يَوْمَ يَرَوْنَ الْمَلَائِكَةَ لَا بُشْرَى يَوْمَئِذٍ لِلْمُجْرِمِينَ وَيَقُولُونَ حِجْرًا مَحْجُورًا (22) وَقَدِمْنَا إِلَى مَا عَمِلُوا مِنْ عَمَلٍ فَجَعَلْنَاهُ هَبَاءً مَنْثُورًا (23) أَصْحَابُ الْجَنَّةِ يَوْمَئِذٍ خَيْرٌ مُسْتَقَرًّا وَأَحْسَنُ مَقِيلًا (24)
जिस दिन वे फ़रिश्तों को देखेंगे उस दिन अपराधियों के लिए कोई शुभ सूचना न होगी और (फ़रिश्ते अपराधियों से) कहेंगे, (ईश्वर की दया का स्वर्ग तुम्हारे लिए) हराम व वर्जित है। (25:22) और हम हर उस कर्म की ओर बढ़ेंगे जो उन्होंने किया होगा और उसे उड़ती धूल जैसा बना देंगे। (25:23) उस दिन स्वर्ग वालों का ठिकाना सबसे अच्छा होगा और आराम के स्थान की दृष्टि से भी वे सबसे अच्छे होंगे। (25:24)
وَيَوْمَ تَشَقَّقُ السَّمَاءُ بِالْغَمَامِ وَنُزِّلَ الْمَلَائِكَةُ تَنْزِيلًا (25) الْمُلْكُ يَوْمَئِذٍ الْحَقُّ لِلرَّحْمَنِ وَكَانَ يَوْمًا عَلَى الْكَافِرِينَ عَسِيرًا (26)
और जिस दिन आकाश, बादल के साथ फटेगा और फ़रिश्ते भली प्रकार उतारे जाएंगे। (25:25) उस दिन वास्तविक शासन दयावान (ईश्वर) का होगा और वह दिन (ईश्वर का) इन्कार करने वालों के लिए बड़ा ही कठिन होगा। (25:26)