Oct ०३, २०१८ १५:३० Asia/Kolkata

क़ुरआन ईश्वरीय चमत्कार-694

 

أَمَّنْ جَعَلَ الْأَرْضَ قَرَارًا وَجَعَلَ خِلَالَهَا أَنْهَارًا وَجَعَلَ لَهَا رَوَاسِيَ وَجَعَلَ بَيْنَ الْبَحْرَيْنِ حَاجِزًا أَءلَهٌ مَعَ اللَّهِ بَلْ أَكْثَرُهُمْ لَا يَعْلَمُونَ (61)

 

(जिन्हें वे ईश्वर का समकक्ष ठहराते हैं वे बेहतर हैं) या वह जिसने धरती को ठहरने का स्थान बनाया और उसके बीच नदियाँ बहाईं और उसके लिए मज़बूत पहाड़ बनाए और (मीठे व खारे पानी के) दो समुद्रों के बीच एक रोक लगा दी (ताकि वे आपस में न मिलें)? क्या ईश्वर के साथ कोई और पूज्य है? (नहीं) बल्कि उनमें से अधिकतर लोग जानते ही नहीं! (27:61)

 

 

أَمَّنْ يُجِيبُ الْمُضْطَرَّ إِذَا دَعَاهُ وَيَكْشِفُ السُّوءَ وَيَجْعَلُكُمْ خُلَفَاءَ الْأَرْضِ أَءِلَهٌ مَعَ اللَّهِ قَلِيلًا مَا تَذَكَّرُونَ (62)

 

क्या (तुम्हारे द्वारा ठहराए गए ईश्वर के समकक्ष बेहतर हैं) या वह जो व्यग्र की पुकार सुनता है, जब वह उसे पुकारे और दुख दूर कर देता है और तुम्हें धरती में उत्तराधिकारी बनाता है? क्या अल्लाह के साथ कोई और पूज्य है? तुम कितना कम उपदेश स्वीकार करते हो (27:62)

 

 

أَمَّنْ يَهْدِيكُمْ فِي ظُلُمَاتِ الْبَرِّ وَالْبَحْرِ وَمَنْ يُرْسِلُ الرِّيَاحَ بُشْرًا بَيْنَ يَدَيْ رَحْمَتِهِ أَءلَهٌ مَعَ اللَّهِ تَعَالَى اللَّهُ عَمَّا يُشْرِكُونَ (63)

 

क्या (तुम्हारे द्वारा ठहराए गए ईश्वर के समकक्ष बेहतर हैं) या वह जो थल और जल के अंधेरों में तुम्हारा मार्गदर्शन करता है और जो अपनी दया (की वर्षा) के आगे हवाओं को शुभ सूचना बनाकर भेजता है? क्या ईश्वर के साथ कोई और पूज्य है? ईश्वर उससे उच्च है जो वे किसी को उसका समकक्ष ठहराते हैं? (27:63)

टैग्स