Jan २८, २०१९ १४:०७ Asia/Kolkata

क़ुरआन ईश्वरीय चमत्कार-727

 

وَوَهَبْنَا لَهُ إِسْحَاقَ وَيَعْقُوبَ وَجَعَلْنَا فِي ذُرِّيَّتِهِ النُّبُوَّةَ وَالْكِتَابَ وَآَتَيْنَاهُ أَجْرَهُ فِي الدُّنْيَا وَإِنَّهُ فِي الْآَخِرَةِ لَمِنَ الصَّالِحِينَ (27)

 

और हमने उन्हें इस्हाक़ और याक़ूब प्रदान किए और उनके वंश में पैग़म्बरी और किताब रखी और हमने उन्हें संसार में उनके (सद्कर्मों) का पारितोषिक प्रदान किया। और निश्चय ही वे परलोक में (भी) अच्छे लोगों में से होंगे। (29:27)

 

 

وَلُوطًا إِذْ قَالَ لِقَوْمِهِ إِنَّكُمْ لَتَأْتُونَ الْفَاحِشَةَ مَا سَبَقَكُمْ بِهَا مِنْ أَحَدٍ مِنَ الْعَالَمِينَ (28) أَئِنَّكُمْ لَتَأْتُونَ الرِّجَالَ وَتَقْطَعُونَ السَّبِيلَ وَتَأْتُونَ فِي نَادِيكُمُ الْمُنْكَرَ فَمَا كَانَ جَوَابَ قَوْمِهِ إِلَّا أَنْ قَالُوا ائْتِنَا بِعَذَابِ اللَّهِ إِنْ كُنْتَ مِنَ الصَّادِقِينَ (29)

 

और (हे पैग़म्बर याद कीजिए उस समय को) जब हमने लूत को भेजा और उन्होंने अपनी जाति (के लोगों) से कहा, तुम (समलैंगिकता का) जो अश्लील कर्म करते हो उसे तुमसे पहले संसार में किसी ने नहीं किया। (29:28) क्या तुम पुरुषों के पास जाते हो और (वंश जारी रहने का) मार्ग बंद करते हो और अपनी बैठकों में (एक दूसरे के सामने यह) बुरा कर्म करते हो? तो उनकी जाति (के लोगों) का उत्तर इसके अतिरिक्त कुछ नहीं था कि उन्होंने कहा, यदि तुम सच्चे हो तो हम पर ईश्वर का दंड ले आओ। (29:29)

 

قَالَ رَبِّ انْصُرْنِي عَلَى الْقَوْمِ الْمُفْسِدِينَ (30)

 

लूत ने कहा, हे मेरे पालनहार! बुराई फैलाने वाली जाति के मुक़ाबले में मेरी सहायता कर। (29:30)