Apr २६, २०१६ ११:०८ Asia/Kolkata
  • राजकुमारी के प्रेम में व्यापारी का बेटा-5

हमने बताया था कि इब्राहीम नाम का एल लड़का था जो राजा की लड़की से प्रेम करता था।

उसके घर वाले जितना भी उसे समझाने का प्रयास करते थे, लेकिन उसकी समझ में कुछ नहीं आता था। उसके मामूंओं ने उसे 100 दोलार दिए ताकि वह कोई कारोबार शुरू कर सके, लेकिन उसने उस राशि से मदारी से ड्रैगन और उसके बाद, एक पिल्ला और एक बिल्ली ख़रीदी। इब्राहीम उन्हें साथ लेकर शहर से चला गया। रास्ते में तीन फ़क़ीर मिले और इब्राहीम ने उस ड्रैगन की सहायता से कि जो कबूतर और उसके बाद छड़ी में परिवर्तित हो गया था हज़रत सुलेमान की अंगूठी, थैली और खूंटा ले लिया।

 

इनमें से प्रत्येक की एक विशेषता थी। कबूतर के आदेशानुसार, पिल्ले और बिल्ली जो परि वंश से थे अपनी खाल से बाहर आए और इब्राहीम के दो सेवक बन गए। कबूतर ने भी एक सुन्दर लड़की का रूप धारण कर लिया और इब्राहीम को अपनी कहानी सुनाई। उसने जाने से पहले इब्राहीम को ज़रूरत के समय के लिए अपने दो बाल दिए और कहा राजा की लड़की तक पहुंचने के लिए अंगूठी द्वारा हेशाम देव की सहायता प्राप्त करे उसने ऐसा ही किया। हेशाम देव ने इब्राहीम की इच्छा के अनुसार, राजा की लड़की को उसके महल के साथ हाज़िर कर दिया। राजा की ओर से एक बूढ़ी महिला को लड़की और महल को खोजने की ज़िम्मेदारी सौंपी गई। जब उसने उन्हें खोज लिया तो दोनों ने मिलकर अंगूठी को चुरा लिया। उसके बाद से हेशाम देव उनका सेवक बन गया और उसने लड़की और महल को पहले स्थान पर पहुंचा दिया।

 

 

कुत्ते और बिल्ली ने चूहों के शहर पर हमला करके चूहों के राजा को बाध्य किया कि वह चूहों को शहर भेजे ताकि अंगूठी खोजकर लायें। चूहों ने शहर पर धावा बोल दिया। समस्त चूहे चले गए सिवाए दो चूहों के, उनमें से एक लंगड़ा था और एक अंधा। लंगड़े चूहे ने अंधे चूहे से कहा अच्छा होगा हम लोग साथ चलें। वे दोनों साथ चल दिए। वे चलते गए चलते गए यहां तक कि शहर पहुंच गए। भाग्यवश वे सीधे राजा की लड़की के महल पहुंच गए और उन्होंने देखा कि लड़की सोने के तख़्त पर सोई हुई है। अंधे चूहे ने लड़की के सांसों की आवाज़ सुनकर अपने दोस्त से कहा, देखो, अंगूठी लड़की की ज़बान के नीचे है। उसने अपनी ज़बान के नीचे दबाई हुई है ताकि कोई उसे खोज न सके। रसोई में जाकर देख कि तम्बाकू को पानी में डाला या नहीं। अगर डाल दिया है तो अपनी पूंछ पर तम्बाकू लगाकर आ। लंगड़ा चूहा लंगड़ाता हुआ गया और उसने देखा कि पानी में तंबाकू पड़ा हुआ है। उसने अपनी पूंछ पर तंबाकू लगाया और वापस आकर राजा की लड़की की नाक में अपनी पूंछ डाल दी। लड़की उछलकर नींद से उठी और जैसे ही छींकी अंगूठी उड़कर हवा में उछली, लंगड़े चूहे ने उसे लपक लिया और दोनों वहां से अपने शहर की ओर चल पड़े।

 

 

 

दूसरी ओर चूहों का झुंड अपने राजा के पास पहुंचकर कह रहा था कि वह कुछ नहीं कर पाए। राजा टीले के ऊपर खड़ा हुआ था, उसने देखा कि अंधा और लंगड़ा चूहा खेलते हुए वापस आ रहे हैं और उनके पास अंगूठी भी है। उसने चूहों को खरी खोटी सुनाई कि वे ख़ाली हाथ वापस लौट आए, लेकिन अंधे और लंगड़े ने यह कर दिखाया। वे दोनों राजा के पास आए और राजा को अंगूठी दी और उन्होंने अंगूठी तक पहुंचने की पूरी कहानी सुनाई। राजा ने कुत्ते और बिल्ली को अंगूठी दी। वे अंगूठी लेकर उसे इब्राहीम को देने के लिए चल पड़े। रास्ते में वे समुद्र के किनारे पहुंचे। बिल्ली ने कुत्ते से कहा कि वह अंगूठी उसे देदे। कुत्ते ने कहा, क्यों क्या फ़र्क़ है। बिल्ली ने कहा, इस प्रकार निश्चिंत होकर जायेंगे। कुत्ते ने बिल्ली को अंगूठी दे दी। बिल्ली ने उसे मूंह में दबाया और कुत्ते की पीठ पर बैठ गई और वे पानी में उतर गए। वे चलते गए चलते गए यहां तक कि बीच समुद्र तक पहुंच गए। वहां अचानक बिल्ली के मूंह से अंगूठी गिर गई जिसे एक मछली ने निगल लिया और वह समुद्र के तल में चली गई। कुत्ता और बिल्ली पानी से निकले और किनारे बैठकर रोने लगे।

 

 

उधर से एक मछुआरा गुज़र रहा था, उसने देखा कि वहां दो जानवर बैठे हुए रो रहे हैं। उसने सोचा कि यह भूखे हैं, इसीलिए अपना जाल समुद्र में फेंका और भाग्य से वही मछली कि जिसने अंगूठी निगली थी जाल में फंस गई। उसने मछली को पकड़ा और कुत्ते और बिल्ली के सामने फेंक दिया। वे दोनों मछली पर टूट पड़े और उसका पेट फाड़ डाला, जैसे ही उन्होंने अंगूठी को देखा उसे झट से लिया और चले गए। मछुआरा समझ गया कि कोई मूल्यवान चीज़ उनके हाथ लगी है, वह भी उनके पीछे चल दिया। वह चलता रहा चलता रहा लेकिन उन्हें नहीं पकड़ पाया। कुत्ता और बिल्ली इब्राहीम के पास पहुंचे तो उन्होंने देखा कि उसकी हालत बहुत गंभीर है। तुरंत उन्होंने उसकी रस्सियों को खोला और अंगूठी उसके हाथ पर रख दी। इब्राहीम ने उसे पहना और कहा, पैग़म्बर सुलेमान के अधिकार की सौगंध, अचानक ज़मीन फटी और वही पांच देव बाहर निकले। इब्राहीम ने हेशाम देव की ओर देखकर कहा कि अब मुझे बांधेगा?

 

 

तुझे ऐसी सज़ा दूंगा कि अपने किए पर पछताएगा। हेशाम ने कहा यह अंगूठी जिसके पास भी होगी हम उसके आदेश का पालन करेंगे। उस समय यह अंगूठी लड़की के हाथ में थी, लेकिन अब आप जो आदेश देंगे हम उसका पालन करेंगे। इब्राहीम ने आदेश दिया कि लड़की और उसके महल को लाया जाए। देव तुंरत हवा में उड़ गए। दुकानदार अपनी दुकानों में बैठे हुए देखते रहे अचानक महल हवा में उड़ने लगा। वे दौड़े और राजा को जाकर सूचना दी कि पुनः महल अपनी जगह से उड़कर चला गया। राजा बहुत दुखी हो गया और उसने आदेश दिया कि उसी बूढ़ी महिला को हाज़िर किया जाए। बूढ़ी महिला हाज़िर हुई। राजा ने उससे कहा कि वह जाकर पहले की तरह लड़की को लेकर आए। बूढ़ी महिला रोने गिड़गिड़ाने लगी कि उस लड़के को उसके हाथों चोट पहुंची है, अब अगर उसने उसे देख लिया तो सिर उसका काट देगा। राजा ने बूढ़ी की कोई बात नहीं सुनी और कहा कि उसे यह काम करना ही होगा। अगर नहीं जाएगी तो उसे आग में ज़िंदा जला दिया जाएगा। बूढ़ी महिला महल की ओर चल पड़ी।

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