राजकुमारी के प्रेम में व्यापारी का बैटा-6
इब्राहीम के घर वाले जितना भी उसे समझाने का प्रयास करते थे, लेकिन उसकी समझ में कुछ नहीं आता था।
उसके मामूओं ने उसे 100 रूपय दिए ताकि वह कोई कारोबार शुरू कर सके, लेकिन उसने उस राशि से मदारी से ड्रैगन और उसके बाद, एक पिल्ला और एक बिल्ली ख़रीदी। इब्राहीम उन्हें साथ लेकर शहर से चला गया। रास्ते में तीन फ़क़ीर मिले और इब्राहीम ने उस ड्रैगन की सहायता से कि जो कबूतर और उसके बाद छड़ी में परिवर्तित हो गया था हज़रत सुलेमान की अंगूठी, थैली और खूंटा ले लिया। इनमें से प्रत्येक की एक विशेषता थी।
कबूतर के आदेशानुसार, पिल्ले और बिल्ली कि जो परि वंश से थे अपनी खाल से बाहर आए और इब्राहीम के दो सेवक बन गए। कबूतर ने भी एक सुन्दर लड़की का रूप धारण कर लिया और इब्राहीम को अपनी कहानी सुनाई। उसने जाने से पहले इब्राहीम को ज़रूरत के समय के लिए अपने दो बाल दिए और कहा राजा की लड़की तक पहुंचने के लिए अंगूठी द्वारा हेशाम देव की सहायता प्राप्त करे उसने ऐसा ही किया। हेशाम देव ने इब्राहीम की इच्छा के अनुसार, राजा की लड़की को उसके महल के साथ हाज़िर कर दिया। राजा की ओर से एक बूढ़ी महिला को लड़की और महल को खोजने की ज़िम्मेदारी सौंपी गई। जब उसने उन्हें खोज लिया तो दोनों ने मिलकर अंगूठी को चुरा लिया। उसके बाद से हेशाम देव उनका सेवक बन गया और उसने लड़की और महल को मूल स्थान पर पहुंचा दिया।
कुत्ते और बिल्ली ने चूहों के शहर पर हमला करके चूहों के राजा को बाध्य किया कि वह चूहों को शहर भेजे ताकि अंगूठी को खोजकर लायें। एक अंधे और एक लंगड़े चूहे ने मिलकर अंगूठी खोज ली। वह अंगूठी किसी तरह फिर से इब्राहीम तक पहुंची। इब्राहीम ने पुनः अंगूठी प्राप्त करने के बाद, हेशाम देव को आदेश दिया कि लड़की और उसके महल को लेकर आए, उसने आदेश का पालन किया। दूसरी ओर जब राजा को इस घटना का पता चला तो उसने बूढ़ी महिला को लड़की को पावस लाने के लिए बाध्य किया। बूढ़ी महिला क्या न करती लड़की की खोज में फिर से महल पहुंच गई।
इब्राहीम शिकार के लिए गया हुआ था और बिल्ली एवं कुत्ता अपनी खाल से बाहर आ चुके थे और लाल वस्त्र धारण किए हाथ में ख़ंजर लेकर चौकीदारी कर रहे थे। जैसे ही उन्होंने बूढ़ी महिला को देखा आगे बढ़कर कहा वापस चली जा नहीं तो उसका सिर क़लम कर देंगे। बूढ़ी महिला ने जितना भी आग्रह किया लेकिन उनके कान पर जूं नहीं रेंगी और उन्होंने कहा कि जब तक उनका मालिक वापस नहीं लौटता है उसे यहीं ठहरना होगा। बूढ़ी महिला खड़ी रही यहां तक कि सूर्यास्त हो गया और इब्राहीम वापस लौट आया, जैसे ही उसकी नज़र बूढ़ी औरत पर पड़ी तो उसने सोचा वह समझ रही है कि इस बार भी मुझे धोका दे सकती है। मैं उसे ऐसी सज़ा दूंगा कि वह अपने किए पर पछताएगी। जिस हिरन का उसने शिकार किया था उसे महल में ले जाया गया और उसके कबाब बनाए गए। जब उसकी थकन उतर गई तो उसने आदेश दिया कि बूढ़ी महिला को उसके पास लाया जाए। उसने राजा के नाम पत्र लिखा और कहा कि अगर हज़ार बार भी वे अपनी लड़की को ले जाएगा तो वह उसे वापस ले आएगा। अगर उसे यह स्वीकार है कि उसकी लड़की मेरे पास रहे तो ठीक है, वरना मैं युद्ध के लिए तैयार हूं। जब वह पत्र लिख चुका तो उसने बूढ़ी महिला के नाक कान काटे और कहा यह पत्र राजा तक पहुंचा देना। बूढ़ी महिला अपने संदूक़ में बैठकर राजा के पास पहुंच गई। राजा ने जब देखा कि इब्राहीम ने उसे धमकी दी है तो उसने युद्ध के लिए सेना तैयार की और चल दिया।
उस दिन इब्राहीम शिकार पर नहीं गया ताकि देखे राजा क्या करता है। वह महल की छत पर टहल रहा था, उसी समय उसने दूर से राजा की सेना को आते हुए देखा। पहले उसने यह समाचार कुत्ते और बिल्ली को दिया उसके बाद परी की लड़की के बाल को आग में डाल दिया। वह लड़की तुरंत उपस्थित हो गई, इब्राहीम ने उसे पूरी घटना से अवगत कराया। लड़की ने उससे कहा कि घबराने की कोई बात नहीं है।
वह इतने देव और परियां लाएगी कि वे राजा की सेना को टुकड़े टुकड़े कर देंगे। उसने तुरंत अपनी उंगली में मौजूद अंगूठी को घुमाया औऱ हज़रत सुलेमान की क़सम दी। धरती फटी और वहां से पांच देव बाहर निकले और पलक झपकते ही उन्होंने देवों की एक सेना हाज़िर कर दी। राजा की सेना भी पहुंच चुकी थी। विरोधी सेना की संख्या भी इतनी अधिक थी कि तिल रखने की जगह नहीं थी। दोनों सेनाएं घमासान के युद्ध के लिए आमने सामने आ गईं। उसी समय परी की लड़की ने हेशाम देव से कहा वह कोई ऐसा उपाय खोजे कि ख़ून ख़राबा न हो। उसने उससे कहा कि राजा को उसके घोड़े समेत उठा ले और आसमान में ले जाकर उससे कहे कि वह अपनी लड़की का विवाह इब्राहीम से कर दे वरना उसे वहीं से ज़मीन पर छोड़ देगा। हेशाम ने तुंरत ऐसा ही किया और राजा को उसके घोड़े के साथ हवा में उठा लिया और उससे वही सब कुछ कहा। राजा ने पहले तो टालने की कोशिश की लेकिन हेशाम ने कहा कि उसे इब्राहीम के लिए यह काम करना ही होगा। राजा ने स्वीकार कर लिया, हेशाम उसे महल की ओर ले गया। परी की लड़की ने ड्रैगन का रूप धारण कर लिया और महल के द्वार पर खड़ी हो गई।
जब राजा और हेशाम वहां पहुंचे तो ड्रैगन ने राजा की ओर फुंकार मारी, राजा भयभीत होकर हेशाम से चिपक गया और उससे कहा कि वह उसकी जान बचाले। हेशाम राजा को उसकी लड़की के महल में ले गया और वहां इब्राहीम और राजा की लड़की का विवाह करवाया। उसके बाद सात दिनों और सात रातों तक जश्न मनाया गया। जब जश्न समाप्त हुआ तो राजा ने लड़की की ओर देखा और उससे पूछा कि क्या वह यहीं रहेगी या उसके साथ शहर वापस चलेगी। लड़की ने कहा कि वह अपने पति के साथ रहेगी, इसलिए कि यह जगह अच्छी है। राजा अपनी सेना के साथ शहर की ओर वापस लौट गया।
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