Jan २३, २०२१ १४:०१ Asia/Kolkata

क़ुरआन ईश्वरीय चमत्कार-793

الْحَمْدُ لِلَّـهِ فَاطِرِ السَّمَاوَاتِ وَالْأَرْضِ جَاعِلِ الْمَلَائِكَةِ رُسُلًا أُولِي أَجْنِحَةٍ مَّثْنَىٰ وَثُلَاثَ وَرُبَاعَ يَزِيدُ فِي الْخَلْقِ مَا يَشَاءُ إِنَّ اللَّـهَ عَلَىٰ كُلِّ شَيْءٍ قَدِيرٌ (1)

अल्लाह के नाम से जो अत्यंत कृपाशील (व) दयावान है। सारी प्रशंसा ईश्वर के लिए है, जो आकाशों और धरती का पैदा करने वाला और फ़रिश्तों को संदेशवाहक नियुक्त करने है। ऐसे फ़रिश्ते जिनकी दो-दो, तीन-तीन और चार-चार भुजाएं हैं। वह अपनी रचनाओं की सृष्टि में जैसी चाहता है, वृद्धि करता है। निश्चय ही ईश्वर हर चीज़ में सक्षम है। (35:1)

 

مَّا یَفْتَحِ اللَّـهُ لِلنَّاسِ مِن رَّحْمَةٍ فَلَا مُمْسِکَ لَهَا وَ مَا یُمْسِکْ فَلَا مُرْسِلَ لَهُ مِن بَعْدِهِ وَهُوَ الْعَزِیزُ الْحَکِیمُ (2)

ईश्वर जिस दयालुता का दरवाज़ा लोगों के लिए खोल दे उसे कोई रोकने वाला नहीं और जिसे वह बंद कर दे तो उसे ईश्वर के बाद कोई खोलने वाला नहीं। और वह अजेय व तत्वदर्शी है। (35:2)

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