Pars Today
तक़वा अर्थात ईश्वरीय भय रखने वाले दुनिया में सराहनीय व अच्छे लोग हैं।
हमें ईश्वर की ओर से हर साल मेहमानी के लिए बुलाया जाता है।
यह रमज़ान का महीना है।
रमज़ान का पवित्र महीना, ईश्वर का महीना है, क़ुरआने मजीद नाज़िल होने का महीना है, ईश्वरीय दया व क्षमा का महीना है, ईश्वर की विशेष कृपा व अनुकंपा का महीना है।
ईरान की राजधानी तेहरान में प्रतिवर्ष पवित्र रमज़ान के दौरान क़ुरआन की अन्तर्राष्ट्रीय प्रदर्शनी लगती है।
पवित्र रमज़ान का महीना अपनी बरकतों और विभूतियों के साथ जारी है।
एक व्यक्ति पैग़म्बरे इस्लाम के पास आया और उसने पैग़म्बरे इस्लाम से पूछा हे ईश्वरीय दूत!
असअद बिन ज़ुरारा मक्के पहुंचा और अपने दोस्त अत्बा बिन रबीआ के घर गया।
हमको एक विशेष दावत अर्थात ईश्वर की दावत पर बुलाया गया है।
रमज़ान का पवित्र महीना चल रहा है। पूरे संसार में मुसलमान, रोज़े रख रहे हैं।