Pars Today
मनुष्य की मूल आवश्यकताओं में एक, घर है।
हमने शहरों के भीतर ईरानी वास्तुकला और डिज़ाइनों की विविद विशेषता और व्यवस्था के बारे में बताया था।
ईरान के विशाल भुगोल में न केवल वर्तमान ईरान, बल्कि ग्रेटर ख़ुरासान, वर्तमान अफ़ग़ानिस्तान का एक भाग और मेसोपोटामिया का इलाक़ा शामिल होता था।
अबतक हमनें ईरान में विभिन्न प्रकार की वास्तुकला शैली के बारे में आपको बताया।
ईरान में वास्तुकला ने अपने इतिहास में बहुत उतार-चढ़ाव देखे हैं।
ईरान में वास्तुकला पर शोध करने वाले एक बड़े शोधकर्ता दिवंगत उस्ताद मोहम्मद करीम पीरनिया ने ईरानी वास्तुकला को 6 शैली में विभाजित किया है और इस शैली में इस्फ़हानी शैली को अंतिम बताया है।
हमने उल्लेख किया था कि आज़रबाइजान क्षेत्र की वास्तुकला ईरानी वास्तुकला में पहले नम्बर पर है।
सलजूक़ी रणकौशल वाले और लड़ने में दक्ष लोग थे और ईरान के आस-पास के क्षेत्रों को उनके द्वारा जीतने का मुख्य कारण यही है।
शम्सुल मआली क़ाबूस बिन वूश्मगीर एक अत्यन्त दक्ष लेखक थे कि जो आले ज़्यार श्रंखला के सब से अधिक प्रसिद्ध राजा के रूप में सत्ता चला रहे थे।
वास्तुकला को अलग-अलग ढंग से परिभाषित किया गया है।