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इस्राईल के दावे वाली गैस फ़ील्ड कारीश पर लेबनान के ड्रोन विमानों की उड़ान से वांछित लक्ष्य पूरा हुआ, अब क्या होगा इस्राईल का जवाब? ड्रोन के बाद अब क्या मिसाइलों की बारी है?
Jul ०६, २०२२ ०१:००लेबनान के हिज़्बुल्लाह आंदोलन के ड्रोन विमानों ने लेबनान के कारीश गैस फ़ील्ड पर उड़ानें भरी जिस पर इस्राईल मालेकाना हक़ का दावा करता है तो हमें इस पर कोई ताज्जुब नहीं हुआ क्योंकि यह फ़ैसला कई हफ़्ता पहले ले लिया गया था इस पर अमल उचित समय पर किया गया है। इसके कई लक्ष्य हैं।
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भारत में नफ़रती बयानों की बाढ़, कार्यवाही एकतरफ़ा! क्या वोट की लालच में देश की नींव को चोट पहुंचा रहे हैं नक़ली राष्ट्रवादी?
Jul ०२, २०२२ १८:३७भारत एक ऐसा सुंदर और महान देश है जहां एक ही गुलदस्ते में अलग-अलग धर्मों के विभिन्न रंगों के फूल हमेशा से खिलते चले आ रहे हैं। यह स्वाभाविक है कि कभी-कभी मौसमों की तेज़ी और नर्मी की वजह से इन फूलों को नुक़सान पहुंचता रहा है लेकिन कभी इन फूलों का अस्तित्व ख़तरे में नहीं पड़ा। पत्तियां गिर गईं पर जड़े हमेशा की तरह मज़बूत बनी रही, लेकिन इधर कुछ बरसों से तथाकथित राष्ट्रवादी इस पूरे गुलदस्ते को ही तबाह करने की हर संभव कोशिश कर रहे हैं।
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इस्राईल ने ईरान को क्यों कहा आक्टोपस का सिर? क्या है इस्राईली योजना और क्या होगा अंजाम?
Jun २८, २०२२ १९:३१इस्राईली सरकार ने हालिया दिनों एक नई शब्दावली का इस्तेमाल बहुत ज़्यादा किया है, आक्टोपस का सिर। उसका तात्पर्य है ईरान पर हमला और ईरान के ख़िलाफ़ अंदरूनी और बाहरी दोनों मोर्चों पर हमले तेज़ करना।
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अरब नेताओं को क्यों लग रहा है कि इस्राईल अब ईरान से अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ने जा रहा है? बाइडन पे पहुंचने से पहले क्या खिचड़ी पक रही है?
Jun २१, २०२२ १८:५६पश्चिमी एशिया के इलाक़े में इस समय बहुत तेज़ कूटनैतिक और राजनैतिक गतिविधियां हो रही हैं और वो भी कई मोर्चों पर एक साथ। बिन सलमान ने क़ाहेरा का दौरा किया, जार्डन और तुर्की की आनन फ़ानन में यात्रा का एलान हुआ। शरमुश्शैख़ में मिस्र ने जार्डन और बहरैन के नरेशों की मेज़बानी की। आख़िर हो क्या रहा है जिसकी इतनी तैयारियां हैं?
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कहीं किसी दिन किसी अदालत की इमारत पर भी न चल जाए बुल्डोज़र! घरों की गिरती इमारतों से उड़ती धूल में गुम होता भारतीय संविधान!
Jun १४, २०२२ १०:३९उत्तर प्रदेश सरकार ने इलाहाबाद कि जिसका नाम अब प्रयागराज रखा जा चुका है, वहां एक कथित मुस्लिम नेता के दो मंज़िला घर को गिरा दिया है। उनपर पैग़्मबरे इस्लाम (स) के ख़िलाफ़ बीजेपी नेताओं द्वारा दिए गए बयानों के विरोध में प्रदर्शन आयोजित करने का आरोप है। क़ानून के जानकारों ने योगी सरकार द्वारा लगातार बिल्डोज़र से की जाने वाली कार्यवाहियों को क़ानून का स्पष्ट उल्लंघन बताया है।
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क्या ईरान ने इस्राईली इंटेलीजेन्स के डेथ स्क्वाड के चीफ़ को मारा? रायुल यौम का जायज़ा
Jun ११, २०२२ २०:३१इराक़ी कुर्दिस्तान के आतंकवाद निरोधक विभाग ने बयान दिया कि अज्ञान ड्रोन विमान का अरबील नगर में एक धमाका हुआ जिसमें तीन लोग घायल हो गए और कई गाड़ियों को नुक़सान पहुंचा मगर वेबसाइट इंनटेल स्काई ने जो अंतर्राष्ट्रीय ख़तरों और उड़ानों पर ख़ास नज़र रखती है उसने अपनी रिपोर्ट में कहा कि इस हमले में इस्राईली ख़ुफ़िया एजेंसी का बहुत बड़ा अधिकारी मारा गया है।
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यूक्रेन के बारे में जर्मन सैन्य अधिकारियों की ख़ुफ़िया बातचीत हुई लीक, नैटो पर अकेले भारी पड़ रहा है रूस, क्या केसेंजर ने अपना मशहूर बयान बाइडन के इशारे पर दिया था?
May ३१, २०२२ १७:५२इस समय बरलिन और कई यूरोपीय राजधानियों में जर्मन रक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ सैन्य अधिकारी ज़िमिती मिलेर के बयान पर गर्मा गरम बहसें छिड़ गई हैं।
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ईरान के मुख्य परमाणु वार्ताकार की अचानक नार्वे यात्रा से अटकलों को मिली रफ़तार, क्या नई गतिविधियां शुरू हो रही हैं?
May ३१, २०२२ १७:२६ईरान की परमाणु वार्ता के बारे में पिछले महीने यूरोपीय संघ की ओर से आशाजनक बयान आने के बावजूद वार्ता ठप्प ही पड़ी दिखाई देती है, मगर इस बीच ईरान के मुख्य परमाणु वार्ताकार अली बाक़ेरी के बयान से नई अटकलें शुरू हो गईं हैं जिसमें उन्होंने कहा कि मंगलवार को नार्वे के लिए रवाना हो रहे हैं।
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क्या 2024 में भारत की संसद की नई इमारत के साथ नया संविधान भी आएगा सामने? मुसलमानों, मस्जिदों और इस्लामिक स्थानों पर होते हमले संयोग या फिर प्रयोग?
May ३०, २०२२ १८:३२भारत में सेंट्रल विस्टा परियोजना के तहत एक नए संसद भवन और नए आवासीय परिसर का निर्माण कार्य धीरे-धीरे अपने अंतिम चरण की ओर बढ़ रहा है। वहीं दूसरी ओर हर दिन मंदिर, मस्जिद, मुसलमान और समान नागरिक संहिता लागू करने को लेकर चर्चा तेज़ हो गई है।
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अगर रूस नहीं तो फिर दुनिया में अमेरिका के लिए कौन है सबसे बड़ा ख़तरा? रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच भी वॉशिंग्टन अपने टार्गेट पर रखे हुए है नज़र!
May २९, २०२२ १९:२८युक्रेन युद्ध में रूस के ख़िलाफ़ मोर्चेबंदी में अगुवाई कर रहा अमेरिका जिस तरह हिंद प्रशांत क्षेत्र में अपनी सक्रियता और सहयोग के दरवाजे खोल रहा है उससे साफ़ हो गया है कि अमेरिका के लिए रूस से ज़्यादा बड़ा अगर की ख़तरा है तो वह है चीन।