ईरान एक बार फिर भारत में बढ़ती मंहगाई पर करेगा वार, पेट्रोल-डीज़ल की क़ीमतों में लगी आग बुझाएगा तेहरान
(last modified Tue, 19 Apr 2022 04:48:34 GMT )
Apr १९, २०२२ १०:१८ Asia/Kolkata
  • ईरान एक बार फिर भारत में बढ़ती मंहगाई पर करेगा वार, पेट्रोल-डीज़ल की क़ीमतों में लगी आग बुझाएगा तेहरान

भारतीय मीडिया के ज़रिए ऐसी रिपोर्टें सामने आ रही हैं कि नई दिल्ली सरकार एक बार फिर से ईरानी तेल निर्यात आरंभ करने जा रही है।

प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक़, इस्लामी गणंत्र ईरान पश्चिमी द्वारा लगाए गए अत्याचारपूर्ण और ग़ैरक़ानूनी तरीक़े से प्रतिबंधों से पहले लगभग 2 करोड़ 40 लाख टन तेल भारत को निर्यात करता था। ईरान भारत को तेल निर्यात करने वाले देशों में तीसरे नंबर पर था। प्रतिबंध लगने के बाद, भारत को ईरानी तेल निर्यात को रोकने के अलावा, दोनों देशों के बीच व्यापार की मात्रा में भी तेज़ी से कमी आई। समाचार एजेंसी इर्ना ने भारतीय मीडिया के हवाले से रिपोर्ट दी है कि ईरान के ख़िलाफ़ लगे प्रतिबंधों के समाप्त होने की संभावना को देखते हुए, दोनों देश जल्द ही तेल और अन्य उत्पादों में द्विपक्षीय व्यापार में विस्तार के संबंध में वार्ता की मेज़ पर बैठने की तैयारी कर रहे हैं। ग़ौरतलब है कि 2020-21 में इराक़ भारत को तेल निर्यात करने वाला सबसे बड़ा देश था। उसके बाद सऊदी अरब, फिर यूएई थे। नाइजीरिया और अमरीका क्रमशः चौथे और पांचवें नंबर पर थे। इससे पहले तक भारत ईरान का दूसरा सबसे बड़ा तेल का ग्राहक था। भारत अपनी ज़रूरत का 85 फ़ीसदी तेल आयात करता है।

प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार, ईरान सरकार बहुत ही जल्द एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल को भारत को फिर से तेल आयात करने के संबंध में नई दिल्ली भेजने वाली है। इस रिपोर्ट में कुछ भारतीय राजनयिक सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों और सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों के प्रतिनिधियों से युक्त एक उच्च पदस्थ ईरानी प्रतिनिधिमंडल जल्द ही भारतीय विदेश मंत्रालय के नेतृत्व वाले अधिकारियों के साथ बातचीत के लिए नई दिल्ली की यात्रा करेगा। यह आशा जाताई जा रही है कि परमाणु समझौते को पुनर्जीवित करने पर वियना में अमेरिका-ईरानी वार्ता में प्रगति की सूचना मिलते ही ईरान पर से प्रतिबंध जल्द ही हटा लिए जाएंगे। इस बीच जानकारों का कहना है कि ईरान, भारतीय कंपनियों को तेल की क़ीमत चुकाने के लिए 60 दिन का वक़्त देता है जबकि इराक़, सऊदी अरब, यूएई, नाइजीरिया और अमरीका यह सहूलत नहीं देते और इन देशों के यहां से परिवहन लागत भी ज़्यादा आती है। इंडियन पेट्रोलियम के साथ साथ भारत पेट्रोलियम कंपनी की रिफ़ाइनरियां भी पाबंदी हटने की हालत में ईरान से तेल ख़रीदने के लिए तैयार हैं। इकनॉमिक टाइम्ज़ के मुताबिक़, भारत पेट्रोलिमय ने कहा है कि पाबंदी हटते ही ईरान से तेल ख़रीदेगी क्योंकि ईरानी तेल दूसरे देशों से सस्ता पड़ता है। (RZ)

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