प्रतिबंधों का उद्देश्य है राष्ट्र के इरादों को कमज़ोर बनानाः इस्लामी
ईरान की परमाणु ऊर्जा एजेन्सी के प्रमुख का कहना है कि प्रतिबंधों का मुख्य उद्देश्य, ईरानी राष्ट्र के संकल्प को तोड़ना है।
मुहम्मद इस्लामी ने रविवार को कहा कि इस समय हमको पैसिव डिफेंस सिस्टम के क्षेत्र में विश्व वर्चस्ववाद के क्रियाकलापों पर ध्यान देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि आज दुश्मन, अन्तर्राष्ट्रीय संगठनों को अपने नियंत्रण में लेकर दूसरे देशों में अपना प्रभाव बनाने के प्रयास में है। ईरान की परमाणु ऊर्जा संस्था के प्रमुख ने आगे कहा कि प्रतिबंधों का उद्देश्य किसी एक पुर्ज़ें को बेचने से रोकना नहीं बल्कि इसका लक्ष्य लोगों के भीतर समर्पण की भावना पैदा करवाना है। उनका कहना था कि इस समय शत्रु, संचार माध्यमों के ज़रिए लोगों के दिमाग़ों को प्रभावित करना चाहता है।
मुहम्मद इस्लामी का कहना था कि अमरीका ने वर्षों तक इस्लामी गणतंत्र ईरान की वैधता पर प्रश्न लगाने की कोशिशें कीं किंतु जनता के कड़े प्रतिरोध ने उसको हर मोर्चे पर विफल बना दिया। उनका यह भी कहना था कि अमरीकी, ईरान की लोकप्रियता को ज़ीरो तक ले जाना चाहते थे और इस काम में वे अब भी लगे हुए हैं।
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