आईएईए के महानिदेशक तेहरान में महत्वपूर्ण बैठकों मे व्यस्त
(last modified Tue, 23 Nov 2021 18:25:31 GMT )
Nov २३, २०२१ २३:५५ Asia/Kolkata
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अन्तर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेन्सी आईएईए के महानिदेशक राफ़ायल ग्रोसी ने मंगलवार को तेहरान में ईरान की परमाणु ऊर्जा संस्था के प्रमुख और विदेशमंत्री से भेंट की।

इस्लामी गणतंत्र ईरान की परमाणु ऊर्जा संस्था के प्रमुख मुहम्मद इस्लामी ने तेहरान में अन्तर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेन्सी आईएईए के महानिदेशक राफ़ायल ग्रोसी से भेंटवार्ता के बाद कहा कि तेहरान, शांतिपूर्ण परमाणु कार्यक्रम को लागू करने का अटल फैसला कर चुका है।

उन्होंने कहा कि इस भेंटवार्ता में राफ़ायल ग्रोसी ने कई बार यह कहा कि ईरान के परमाणु कार्यक्रम में किसी भी प्रकार का कोई दिशाभेद नहीं देखा गया।  उन्होंने कहा कि ईरान, परमाणु नियमों के अन्तर्गत अपनी गतिविधियां कर रहा है।

अन्तर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेन्सी आईएईए के महानिदेशक ने कहा कि मैं काम को आगे जारी रखने के लिए प्रयास कर रहा हूं।  आईएईए के महानिदेशक की तेहरान यात्रा, बोर्ड आफ गवरनर्स की बैठक के आयोजन के पहले हुई है।

इस संदर्भ में आक्सियस वेबसाइट ने लिखा है बोर्ड आफ गवरनर्स की बैठक के दौरान ईरान पर दबाव बनाने के लिए ब्रिटेन पश्चिमी देशों को उकसाने का काम कर रहा है।

उधर ईरान बारंबार एजेन्सी से यह कह चुका है कि वह तकनीकी सहयोग के मार्ग पर अपने क़दम बढ़ाती रहे और इस बात की अनुमति न दे कि कुछ देश, आईएईए की आड़ में अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने लगें।

सन 2018 में अमरीका द्वारा परमाणु समझौते से एकपक्षीय रूप से निकल जाने के बाद से ईरान पिछले 15 महीनों से अपने वचनों के प्रति कटिबद्ध रहा है।  जब यूरोपीय देशों ने दिये गए अपने वचनों को पूरा नहीं किया और अमरीका ने भी अपने प्रतिबंधों को नहीं हटाया तो मजबूर होकर ईरान ने चरणबद्ध ढंग से अपनी प्रतिबद्धताओं को कम किया।

एक अन्य विषय जो ईरान की नाराज़गी का कारण बना है वह यह है कि ईरान के परमाणु प्रतिष्ठान में विध्वंसक कार्यवाही और ईरान के परमाणु वैज्ञानिक की हत्या जैसे मुद्दों पर अन्तर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेन्सी आईएईए ने अबतक कोई भी प्रतिक्रिया नहीं दी है।

इस संदर्भ में ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सईद ख़तीबज़ादे कह चुके हैं कि आईएईए को भलिभांति पता है कि यह विधवंसकारी काम ज़ायोनी शासन का ही है।

ईरान का यह मानना है कि एजेन्सी के साथ तेहरान के बीच मामला पूरी तरह से तकनीकी है।  एसे में आईएईए को किसी भी प्रकार के राजनीतिक दबाव से प्रभावित नहीं होना चाहिए।

वियना में ईरान और गुट 1+4 के बीच होने वाली वार्ता और बोर्ड आफ गवरनर्स की बैठक के निकट आने के दृष्टिगत आईएईए के महानिदेश की ईरान की परमाणु ऊर्जा संस्था के प्रमुख और विदेश मंत्री के साथ भेंटवार्ता इस एजेन्सी के लिए एक अच्छा अवसर हो ताकि इस बार राजनीतिक दबाव से बचते हुए ईरान की शांतिपूर्ण परमाणु गतिविधियों के बारे में निष्पक्ष रिपोर्ट पेश की जा सके।

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