ईरान ने बताया क्यों इस्राईली राष्ट्रपति यूएई की दौरे पर हैं....
इस्लामी गणतंत्र ईरान ने कहा है कि अतिग्रहणकारी ज़ायोनी शासन अपना असित्व, हिंसा, हत्या, अतिक्रमण और आतंकवाद में ही देखता है।
ईरान के विदेशमंत्रालय के प्रवक्ता सईद ख़तीबज़ादे ने सोमवार को साप्ताहिक प्रेस कांफ्रेंस में इस्राईल के राष्ट्रपति के हालिया संयुक्त अरब इमारात के दौरे के बारे में कहा कि अतिग्रहणकारी ज़ायोनी शासन मतभेद फैलाने वाला और संकट पैदा करने वाला शासन है और वह नस्लभेद की अपनी नीतियों को आगे बढ़ाने के साथ साथ अत्याचारपूर्ण और अतिक्रमणकारी कार्यवाही जारी रखे हुए है।
विदेशमंत्रालय के प्रवक्ताव ने इस बात का उल्लेख करते हुए कि अतिग्रहणकारी ज़ायोनी शासन एक जाली और ग़ैर क़ानूनी सरकार है, इस अतिग्रहणकारी सरकार को विश्व समुदाय के लिए शर्म का कारण क़रार दिया जो अपने संकटों को क्षेत्र के अन्य देशों में फैला रहा है।
उन्होंने कहा कि अतिग्रहणकारी ज़ायोनी शासन कि जिसकी प्रवृत्ति अतिक्रमण, हत्या और लूटपाट पर आधारित है, पूरे क्षेत्र को अपने फ़ितने की आग की चपेट में ले लेगा, इसलिए उसके अतिक्रमणों का रास्ता बंद किए जाने की ज़रूरत है।
इस्लामी गणतंत्र ईरान के विदेशमंत्रालय के प्रवक्ताव ने विएना वार्ता में आने वाले अस्थाई अंतराल के बारे में कहा कि विएना वार्ता में पिछले तीन सप्ताह के दौरान विशेष प्रगति हुई है और चर्चा के मुद्दों में कुछ बिन्दु ऐसे हैं जिनमें अच्छी और तेज़ी से प्रगति हुई है।
उन्होंने कहा कि अगर सामने वाला पक्ष विशेषकर अमरीका, ईरान की सत्य की मांगों को स्वीकार करता है और परमाणु समझौते से बढ़कर ईरान से मांग नहीं करता है तो स्थाई और अच्छे समझौते की प्राप्ति बहुत संभव है।
ईरान के विदेशमंत्रालय के प्रवक्ता ने इराक़ और सऊदी अरब सहित विभिन्न देशों के बीच बढ़ते हुए संबंधों का स्वागत करते हुए कहा कि क्षेत्र में जितनी ज़्यादा एकजुटता बढ़ेगी, उतने की ज़्यादा सहयोग के अवसर पैदा होंगे।
उन्होंने तेहरान- रियाज़ संबंधों के बारे में इस बात का उल्लेख करते हुए द्विक्षीय स्तर पर सहयोग और एक दूसरे की तरफ़ आगे बढ़ना, क्षेत्र के देशों के हित में है, कहा कि दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों में कोई विशेष परिवर्तन नहीं आया है।
विदेशमंत्रालय के प्रवक्ता ने यमन पर सऊदी गठबंधन के हमलों के बारे में कहा कि इन हमलों में यमनी जनता को निशाना बनाया जा रहा है और आम नागरिक ही इस हमले की भेंट चढ़ रहे हैं।
उनका कहना था कि ईरान, हमेशा यमनी जनता की आवाज़ बनकर उनके साथ खड़ा रहा है और वह राजनैतिक मार्ग द्वारा और यमनी पक्षों के बीच वार्ता द्वारा संकट को समाप्त कराने का प्रयास करता रहा है।
दूसरी ओर इस्लामी गणतंत्र ईरान के विदेशमंत्री के वरिष्ठ सलाहकार अली असग़र ख़ाजी ने यमन के मामले में संयुक्त राष्ट्र संघ के विशेष दूत से मुलाक़ात में यमन युद्ध की समाप्ति और इस देश का घेराव ख़त्म कराने में संयुक्त राष्ट्र संघ और विश्व समुदाय के हस्तक्षेप की आवश्यकता पर बल दिया।
उन्होंने कहा कि यमन में न्यायपूर्ण शांत की स्थापना केल ए ईरान अपने प्रयास यथावत जारी रखेगा। (AK)
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