ईरान ने मानवाधिकार की रिपोर्ट को रद्द कर दिया
इस्लामी गणतंत्र ईरान ने कहा है कि पॉलिटिकल और सेलेक्टिव एप्रूच के परिणाम में मानवाधिकारों की स्थिति को बेहतर बनाने में मदद मिलना तो कहां बल्कि नुक़सान पहुंचेगा और मानवीय मूल्य कमज़ोर पड़ जाएंगे।
विदेशमंत्रालय के प्रवक्ता सईद ख़तीबज़ादे ने ईरान के बारे में मानवाधिकार के विशेष रिपोर्टर जावेद रहमान की ताज़ा रिपोर्ट को राजनीति, पक्षपाती और ग़लत जानकारियों पर आधारित क़रार देते हुए उसको कड़ाई से रद्द कर दिया।
इस्लामी गणतंत्र ईरान के विदेशमंत्रालय के प्रवक्ता ने जब्री और एकपक्षीय कार्यवाहियों की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र संघ के विशेष रिपोर्ट द्वारा तैयार की गयी रिपोर्ट में एकपक्षीय और जब्री कार्यवाहियों के नकारात्मक परिणामों के बारे में एक भी शब्द नहीं कहा गया है जिस से पता चलता है कि यह रिपोर्ट पूरी तरह से पक्षपाती और अधूरी है।
विदेशमंत्रालय के प्रवक्ता ने बल दिया कि ईरान ने इस रिपोर्ट के बारे में अपना नज़रिया विस्तार करे साथ मानवाधिकार काउंसिल को पेश कर दया है जिसे आधिकारिक रूप से प्रकाशित भी किया जा चुका है।
ईरान के विदेशमंत्रालय के प्रवक्ता ने मानवाधिकार के विशेष रिपोर्ट की ओर से लगाए जाने वाले आरोपों और इस रिपोर्ट में किए गये दावों को सरासर झूठ और निराधार बताते हुए कहा कि यह सारे आरोप और दावे, आतंकवादी गुट एमकेओ और पश्चिमी देशों जैसे पक्षपाती सूत्रों से हासिल होने वाली जानकारियों के आधार पर लगाए गये हैं। (AK)
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