इराक़चीः ईरान में कोई भी आतंकवादी सुरक्षित नहीं ,चाहे उसका समर्थन जर्मनी ही क्यों न करे
पार्सटुडे-इस्लामी गणतंत्र ईरान के विदेशमंत्री ने इस देश में आतंकवादी तुंदर के सरगना को फ़ांसी दिये जाने और इस विषय के प्रति जर्मनी द्वारा प्रतिक्रिया दिखाये जाने के बाद कहा है कि किसी भी आतंकवादी को ईरान में सुरक्षा प्राप्त नहीं है यहां तक कि उसे जर्मनी का समर्थन ही क्यों न प्राप्त हो।
आतंकवादी गुट तुंदर के सरगना को वर्षों तक ईरानी लोगों के ख़िलाफ़ आतंकवादी कार्यवाहियां करने के दोष में फ़ांसी की सज़ा सुनाई गयी। इस आतंकवादी को जर्मनी की नागरिकता प्राप्त थी। क़ानूनी चरणों को तय करने और ईरान के उच्चतम न्यायालय की पुष्टि के बाद 28 अक्तूबर को उस निर्णय को लागू किया गया।
पार्सटुडे की रिपोर्ट के अनुसार आतंकवादी गुट तुंदर ने वर्ष 2008 में शीराज़ नगर के "सय्यदुश्शोहदा" नामक एक इमाम बारगाह में भीषण बम धमाका किया था जिसमें 14 ईरानी शहीद और 200 से अधिक घायल हुए थे। हालिया वर्षों में भी वह शीराज़ नगर के बांध और तेहरान में किताबों की प्रदर्शननी को बम से उड़ाना चाह रहा था परंतु ईरानी सुरक्षा बलों की होशियारी व चौकसी की वजह से उसके विनाशकारी योजनाओं को नाकाम बना दिया गया।
इस आतंकवादी गुट ने ईरान के परमाणु वैज्ञानिक मसऊद अली मोहम्मदी की शहादत में भी भूमिका निभाई थी।
आतंकवादी गुट तुंदर का सरगना जमशीद शारमह्द जब ईरान में आतंकवादी कार्यवाही अंजाम देता था तो वह एक वीडियो में कहता है कि मुझे किसी की हत्या करने पर शर्म नहीं आती थी मगर मैंने शीराज़ विस्फ़ोट का इंकार कर दिया, मैं हत्या करता हूं और लोगों में भय व आतंक उत्पन्न करता हूं।
आतंकवादी जमशीद शारमह्द को फ़ासी की सज़ा दिये जाने के बाद जर्मनी के विदेशमंत्रालय ने ईरान के प्रभारी राजदूत को तलब किया।
ईरान के विदेशमंत्री सैयद अब्बास इराक़ची ने भी जर्मन सरकार की प्रतिक्रिया में कहा कि जर्मन पास्पोर्ट से किसी के लिए सुरक्षा उत्पन्न नहीं होती है एक अपराधी व आतंकवादी की तो बात ही अलग है।
जमशीद शारमह्द खुल्लम –खुल्लाह और किसी शर्म के बिना शीराज़ नगर के इमाम बारगाह में किये गये बम विस्फ़ोट स्वीकार करता है। उस विस्फ़ोट में 14 लोग शहीद और 200 से अधिक घायल हुए थे। शहीद होने वालों में निर्दोष बच्चे और महिलायें भी शामिल थीं।
ईरान के विदेशमंत्री ने जर्मन सरकार को संबोधित करते हुए बल देकर कहा है कि वास्तविकता पर पर्दा डालने और मानसिक ख़िलवाड़ करने से बाज़ आ जाइये और अपनी मुनाफ़ेक़त को मानवाधिकार की रक्षा के नारों की आड़ में मत छिपाओ यहां तक कि ख़ुद जर्मनी के लोग तुम्हारे मानवाधिकार की रक्षा के दावे व नारे का मज़ाक उड़ाते हैं।
सैयद अब्बास इराक़ची ने कहा कि जर्मन नागरिकों ने सद्दाम को रासायनिक हथियार दिया था और सद्दाम ने उन हथियारों का प्रयोग ईरानी लोगों पर किया था इस चीज़ को ईरान के लोग भूले नहीं है। इसी प्रकार विदेशमंत्री ने कहा कि जर्मनी, ज़ायोनी सरकार द्वारा किये जा रहे नस्ली सफ़ाये के अपराध में शामिल है। क्योंकि वह ग़ज़ा पट्टी और लेबनान में नस्ली सफ़ाये के लिए इस्राईल को हथियारों की सप्लाई करने वाला दूसरा देश है।
विदेशमंत्री ने इसी प्रकार आतंकवादी गुट तुंदर के सरगना को फ़ासी दिये जाने के बाद यूरोपीय संघ के विदेशनीति आयुक्त जोसेफ़ बोरेल के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यूरोप दिखावे का प्रतीक है।
विदेशमंत्री ने कहा कि यूरोपीय संघ के विदेश नीति आयुक्त जब कहते हैं कि इंसान की ज़िन्दगी और मानवीय प्रतिष्ठा का ध्यान रखा जाना चाहिये तो मैं उनकी बात पर विश्वास करना चाहता हूं परंतु मामला यह है कि उनके सहयोगी किसी शर्म के बिना ग़ज़्ज़ा और लेबनान में नस्ली सफ़ाये और हत्या का समर्थन करते हैं। MM
कीवर्ड्सः आतंकवादी गुट तुंदर, जमशीद शारमह्द कौन है? जर्मनी और आतंकवादी गुट तुंदर, सैय्यद अब्बास इराक़ची, आतंकवादियों के साथ यूरोप का सहयोग