Aug २९, २०२२ १५:०२ Asia/Kolkata

ईरान की इस्लामी क्रांति के सर्वोच्च नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामनेई ने पवित्र शहर मशहद में इमाम रज़ा अलैहिल्सलाम के रौज़े की ज़ियारत की और पवित्र ज़रीह की सफ़ाई के रूहानी कार्यक्रम, जिसे ‘ग़ुबार रूबी’कहते हैं, उसमें हिस्सा लिया।

प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक़, इस्लामी क्रांति के सर्वोच्च नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामनेई ने देश में कोरोना महामारी की स्थिति में होते सुधार के मद्देनज़र ईरान के सबसे पवित्र नगर मशहद की आध्यात्मिक यात्रा की। उन्होंने मशहद में स्थिति पैग़म्बरे इस्लाम (स) के पौत्र हज़रत इमाम अली रज़ा अलैहिस्सलाम के रौज़े पर हाज़िरी दी। इस दौरान वहां आयोजित हुए पवित्र ज़रीह की सफ़ाई के कार्यक्रम में भाग लिया।

इस्लामी क्रांति के सर्वोच्च नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामनेई पवित्र नगर मशहद में इमाम रज़ा अलैहिस्सलाम के पवित्र रौज़े पर

बता दें कि इस्लामी कैलेंडर के पहले महीने मोहर्रम के अंतिम दिनों में आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामनेई ने यह आध्यात्मिक यात्रा की। सर्वोच्च नेता की मौजूदगी में एक विशेष कार्यक्रम हुआ जिसमें धर्मगुरुओं, रौज़े और श्रद्धालुओं की सेवा करने वाले ख़ादिम शामिल हुए। यह कार्यक्रम पवित्र क़ुरआन करीम की तिलावत से आरंभ हुआ जिसके बाद जामे कबीरा नाम की एक ख़ास ज़ियारत पढ़ी गई और एक वक्ता  ने अल्लाह के रास्ते में पैग़म्बरे इस्लाम (स) के परिजनों पर पड़ने वाली मुसीबतें बयान कीं। (RZ)

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