व्हाइट हाउस में बैठे शैतान उपद्रवियों के ज़रिए ईरान में गृहयुद्ध की साज़िश रच रहे हैं: इमाम जुमा तेहरान
तेहरान के इमाम जुमा ने ईरान में होने वाले हालिया दिनों में दंगों को अमेरिका की साज़िश बताते हुए कहा कि व्हाइट हाउस में बैठे शैतान ईरान में उपद्रवियों के ज़रिए जातीय मुद्दों को हवा देने और गृहयुद्ध की स्थिति पैदा करने की साज़िश रच रहे हैं।
प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक़, तेहरान के इमाम जुमा हुज्जतुल इस्लाम काज़िम सिद्दीक़ी ने शुक्रवार चार नवंबर को विश्व साम्राज्य के विरुद्ध संघर्ष के राष्ट्रीय दिवस के अवसर पर पूरे ईरान में आयोजित होने वाली विशाल रैलियों की ओर इशारा करते हुए कहा कि ईरानी जनता अमेरिका के अपराधों को भूली नहीं है। उन्होंने कहा कि आज भी ईरानी राष्ट्र पूरे जोश और जज़्बे के साथ अमेरिका मुर्दाबाद का नारा लगाती है। तेहरान के इमाम जुमा काज़िम सिद्दीक़ी ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को धोखा देने और विभिन्न देशों पर हमला करने के अलावा, अमेरिका के शर्मनाक रिकॉर्ड में 60 विद्रोह हैं। उन्होंने कहा कि एक हिंसक, आक्रामक और ख़ून ख़राबे वाले शासन के रूप में, उसने हमेशा राष्ट्रों के अधिकारों का उल्लंघन किया है। तेहरान के इमाम जुमा ने अफ़ग़ानिस्तान और इराक़ में अमेरिकी ख़ूनी नीतियों और उसकी शर्मनाक हार की ओर इशारा करते हुए कहा ईरान के ख़िलाफ़ प्रतिबंधों ने भी अमेरिका के क्रूर और पराजित चेहरे को दुनिया के सामने ला दिया है।
हुज्जतुल इस्लाम काज़िम सिद्दीक़ी ने कहा कि ईरानी राष्ट्र ने प्रतिबंधों के सामने घुटने नहीं टेका बल्कि पाबंदियों को अवसर में बदल दिया और राष्ट्र का निर्माण किया, राष्ट्र की जागरूकता का कारण बना, ज्ञान-आधारित विज्ञान विकसित किया और हमने अपनी आंतरिक शक्ति पर भरोसा करते हुए रक्षा के क्षेत्र में स्वयं को अपने दम पर मज़बूत बनाया। तेहरान के इमाम जुमा ने कहा कि ईरान में होने वाले हालिया दिनों में दंगों को अमेरिका की साज़िश बताते हुए कहा कि व्हाइट हाउस में बैठे शैतान ईरान में उपद्रवियों के ज़रिए जातीय मुद्दों को हवा देने और गृहयुद्ध की स्थिति पैदा करने की साज़िश रच रहे हैं। लेकिन एक बार फिर देश की जनता ने न केवल दुश्मनों के एजेंटों का साथ नहीं दिया बल्कि, राष्ट्रीय एकता और अधिकार बनाए रखने और सर्वोच्च नेता और शहीदों के ख़ून के प्रति अपनी निष्ठा को फिर से व्यक्त करके, उन्होंने अमेरिकी नीतियों को "नाकार" दिया। उन्होंने कहा कि प्रतिरोध के मोर्चे को कमज़ोर करने के उद्देश्य से अमेरिका ईरान में दंगे, अशांति और गृहयुद्ध का षड्यंत्र कर रहा है। तेहरान के इमाम जुमा ने कहा कि अमेरिका ईरान को कमज़ोर करके प्रतिरोध के प्रवाह को कमज़ोर करने की कोशिश कर रहा है, लेकिन अमेरिका को पता होना चाहिए कि प्रतिरोध की ताक़त और भावना बढ़ रही है। हुज्जतुल इस्लाम काज़िम सिद्दीक़ी ने हज़रत शाह चिराग़ के पवित्र रौज़े पर हुए आतंकवादी हमले के ख़िलाफ़ अंतर्राष्ट्रीय समुदाय और मानवाधिकार के ठेकेदारों की चुप्पी की आलोचना की और ऐसी हृदयविदार घटना पर मानवाधिकार संगठनों की ख़ामोशी शर्म की बात है। (RZ)
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