फ्रांस के हस्तक्षेप के विरोध में सामने आया ईरान के 194 सांसदों का बयान
देश के आंतरिक मामलों में फ़्रांस के बढ़ते हस्तक्षेप को लेकर ईरान के 194 सांसदों ने बयान जारी किया है।
बुधवार को संसद की खुली कार्यवाही के अंत में ईरान के 194 सांसदों का बयान पढ़ा गया।
इस बयान में सांसदों ने कहा है कि फ़्रांस के राष्ट्रपति, मुनाफ़िक़ों के उस गुट का समर्थन कर रहे हैं जो एक आतंकवादी गुट है।
ईरानी सांसदों के इस बयान में कहा गया है कि फ्रांसीसी राष्ट्रपति मैक्रां उन लोगों के साथ बैठक कर रहे हैं जो संयुक्त राष्ट्रसंघ के एक सदस्य देश ईरान की सरकार को गिराने के लिए आधिकारिक रूप में प्रयास कर रहे हैं। वे अपने जासूसों को विभिन्न ढंग से ईरान में भेज रहे हैं। यह जासूस, उपद्रवों में भाग लेकर ईरान की राष्ट्रीय सुरक्षा को ख़तरे में डाल रहे हैं।
ईरानी सांसदों के इस संयुक्त बयान में बताया गया है कि फ़्रांस, एसी स्थति में ईरान में महिलाओं के अधिकारों का समर्थन कर रहा है कि जब इस संबन्ध में उसका रिकार्ड अच्छा नहीं है। एतिहासिक पुस्तकें उन अपराधों से भरी हुई हैं जो फ्रांस ने पिछले 30 वर्षों के दौरान अल्जीरिया में अंजाम दिये हैं।
उल्लेखनीय है कि हाल में फ्रांस के राष्ट्रपति, वहां के विदेशमंत्री और सांसदों ने अन्तर्राष्ट्रीय नियमों के विपरीत इस्लामी गणतंत्र ईरान के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप पर आधारित बयान दिये जो संयुक्त राष्ट्रसंघ के घोषणापत्र के आर्टिकल सात के दूसरे अनुच्छेद के विपरीत है।
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