ईरान दुश्मनी में मानवाधिकार की सारी सीमाओं को लांघते अमेरिका और यूरोपीय देश, अपराधियों को अपने दिल में बैठा रहे हैं!
(last modified Mon, 13 Feb 2023 10:13:29 GMT )
Feb १३, २०२३ १५:४३ Asia/Kolkata
  • ईरान दुश्मनी में मानवाधिकार की सारी सीमाओं को लांघते अमेरिका और यूरोपीय देश, अपराधियों को अपने दिल में बैठा रहे हैं!

इस्लामी गणतंत्र ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने यह बात बल देकर कही है कि अवैध ज़ायोनी शासन ईरान के ख़िलाफ़ सैन्य कार्यवाही करने में असमर्थ है।

इस्लामी गणराज्य ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नासिर कनआनी ने सोमवार को अपनी साप्ताहिक प्रेस वार्ता में अमेरिका और इस्राईल के संयुक्त सैन्य अभ्यास की ओर इशारा करते हुए कहा कि ईरान की ओर से अवैध ज़ायोनी शासन को उसकी सुरक्षा-विरोधी और आक्रामक कार्यवाहियों बार-बार मुंहतोड़ जवाब मिलता रहा है और वह उसका स्वाद भी चख चुका है। उन्होंने कहा कि अमेरिका ज़ायोनी शासन का सहयोगी और पूर्ण समर्थक है, इसलिए उसे इस अवैध शासन के कार्यों के लिए जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने अमेरिका में इस्लामी क्रांति के ख़िलाफ़ होने वाले प्रदर्शनों में सावाक के अत्याचारी एजेंट परवेज़ साबेती की उपस्थिति की ओर इशारा करते हुए कहा कि मानवाधिकारों का दावा करने वाली सरकारें अब अपराधियों की प्रायोजक बन गई हैं। एक ऐतिहासिक अपराधी, जिसके ज़ुल्म की कोई इन्तेहा नहीं है वह लोकतंत्र का दावा करने वाले देश के दिल में मौजूद है। नासिर कनआनी ने कहा कि कुल मिलाकर अपराधियों को पनाह देना, यह ईरान के ख़िलाफ़ अमेरिका की दुश्मनी का एक और प्रतीक है।

ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने म्यूनिख सम्मेलन में भाग लेने के लिए ईरान को आमंत्रित नहीं किए जाने के बारे में भी कहा कि इस तरह की कार्यवाही तटस्थता के सिद्धांत के ख़िलाफ़ है। ख़ासकर ईरान जैसा देश, कि जिसकी क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण, निर्णायक और निर्विवाद भूमिका है। उन्होंने कहा कि इस कार्यवाही का अर्थ है ग़लत आंकलन और ग़लत व्यवहार का जारी रहना है। नासिर कनआनी ने प्रतिबंधों को हटाए जाने के लिए वार्ता के जारी रहने के बारे में कहा कि ईरान बातचीत के रास्ते के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि विरोधी पक्ष और अमेरिका, एक ओर तो यह एलान करते हैं कि वे समझौते में वापस आना चाहते हैं, दूसरी ओर व्यवाहिरक तौर पर ऐसा दिखाते नहीं है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि अमेरिका और अन्य पक्षों को चाहिए कि वे अपना स्पष्ट रुख और साफ नियति दिखाते हुए वार्ता की मेज़ पर वापस आएं। इसी तरह नासिर कनआनी ने क़ैदियों की अदला-बदली को लेकर अमेरिका से बातचीत के बारे में कहा कि ईरान ने मानवीय दृष्टिकोण से क़ैदियों की अदला-बदली की बातचीत में यह दिखाया कि वह जल्द से जल्द इस कार्यवाही को अंजाम देने के लिए तैयार है, लेकिन हमें अमेरिकी सरकार की ओर से कोई जवाब और उत्साहजनक कार्यवाही नहीं दिखी। (RZ)

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