आर्मीनिया के प्रधानमंत्री के साथ मुलाक़ात में इमाम ख़ामनेईः हज़रत ईसा अलै. का अपमान निंदनीय है
(last modified Wed, 31 Jul 2024 11:32:48 GMT )
Jul ३१, २०२४ १७:०२ Asia/Kolkata
  • आर्मीनिया के प्रधानमंत्री के साथ मुलाक़ात में इमाम ख़ामनेईः हज़रत ईसा अलै. का अपमान निंदनीय है
    आर्मीनिया के प्रधानमंत्री के साथ मुलाक़ात में इमाम ख़ामनेईः हज़रत ईसा अलै. का अपमान निंदनीय है

पार्सटुडे- ईरान की इस्लामी क्रांति के सर्वोच्च नेता इमाम ख़ामेनेई ने मंगलवार की सुबह आर्मीनिया के प्रधानमंत्री निकोल पाशिनियान और उनके साथ तेहरान आये प्रतिनिधिमंडल से मुलाक़ात में कहा कि इस्लामी गणतंत्र ईरान की स्थिर व टिकाऊ नीति का आधार पड़ोसियों विशेषकर आर्मीनिया के साथ संबंधों में विस्तार है।

इस्लामी क्रांति के सर्वोच्च नेता ने आर्मीनिया के प्रधानमंत्री से मुलाक़ात में बल देकर कहा कि हम आर्मीनिया के साथ संबंधों में विस्तार के प्रति गम्भीर हैं और दोनों देशों के सहयोग में विस्तार का आधार दोनों देशों के हित हैं और दूसरों की नीतियों को ध्यान में रखे बिना यह सहयोग व नीति जारी रहेगी।

 

पार्सटुडे की रिपोर्ट के अनुसार इमाम ख़ामनेई ने इस भेंट में इस्लामी गणतंत्र ईरान के राष्ट्रपति मसऊद पिज़िश्कियान के शपथग्रहण समारोह और इसी प्रकार ईरानी राष्ट्रपति शहीद रईसी के दफ़्न समारोह में आर्मीनिया के प्रधानमंत्री की उपस्थिति के प्रति आभार व्यक्त किया और आर्मीनिया की संप्रभुता पर बल दिया और कहा कि इस्लामी गणतंत्र ईरान ज़ंगज़ूर के मार्ग को आर्मीनिया के नुकसान में मानता है और यथावत वह अपने इस दृष्टिकोण पर आग्रह करता है।

 

ईरान की इस्लामी क्रांति के सर्वोच्च नेता ने बल देकर कहा कि अजनबियों को अपने पड़ोसी देशों के साथ संबंधों में बाधायें व सीमायें उत्पन्न नहीं करना चाहिये और यह वह चीज़ है जो देशों की सुरक्षा और हितों की पूर्ति करती है और स्वयं पर और अपने निकटों पर भरोसा है और जो दूर से आते हैं और दूसरे देशों के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करते हैं उनकी ये कार्यवाहियां इन देशों के नुकसान में हैं।

 

ईरान की इस्लामी क्रांति के सर्वोच्च नेता ने इसी प्रकार ईरानी लोगों के साथ ईसाइयों के अच्छे संबंधों की ओर संकेत किया और कहा कि ईरान के ईसाइयों ने देश पर थोपे गये युद्ध के दौरान बहुत महत्वपूर्ण भूमिकायें अदा की हैं और मैं व्यक्तिगत रूप से अब तक बहुत से ईसाइयों के घर जा चुका हूं।

 

ईरान की इस्लामी क्रांति के सर्वोच्च नेता ने कहा कि हज़रत ईसा मसीह अलै. के सम्मान का विषय मुसलमानों के मध्य एक ऐसा विषय है जिसके बारे में किसी प्रकार की कोई बहस व मतभेद नहीं है। इसी प्रकार उन्होंने कहा कि हज़रत ईसा मसीह अलैहिस्सलाम सहित धर्मों की महान हस्तियों का अपमान मेरी दृष्टि में निंदनीय है।

 

ईरान की इस्लामी क्रांति के सर्वोच्च नेता और आर्मीनिया के प्रधानमंत्री निकोल पाशीनियान के बीच होने वाली मुलाक़ात के दौरान ईरान के उपराष्ट्रपति मोहम्मद रज़ा आरिफ़ भी मौजूद थे। इस भेंट में आर्मीनिया के प्रधानमंत्री ने दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों में विस्तार पर प्रसन्नता जताई और ईरानी राष्ट्रपति मसऊद पिज़िश्कियान से अपनी बातचीत को रचनात्मक बताया और कहा कि आर्मीनिया ने बारबमार एलान किया है कि वह देश से बाहर के किसी भी मार्ग को स्वीकार नहीं करेगा।

 

इसी प्रकार पाशीनियान ने ईरान और आर्मीनिया के संबंधों को स्ट्रैटेजिक बताया और दोनों देशों के संबंधों में विस्तार और इस प्रक्रिया के जारी रहने को महत्वपूर्ण बताया। MM

 

कीवर्ड्सः इमाम ख़ामेनेई कौन हैं? ईरान और आर्मीनिया, ज़न्गज़ूर मार्ग, हज़रत ईसा मसीह अलै. ईरान के ईसाई

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