ईरान के ख़िलाफ़ नए षड्यंत्र की तैयारीःसालेही
ईरान की परमाणु ऊर्जा संस्था के प्रमुख ने जर्मनी की चांस्लर और राष्ट्र संघ के महासचिव के बयानों को ईरान के विरुद्ध एक नए षड्यंत्र की तैयारी का सूचक बताया है।
अली अकबर सालेही ने आईआरआईबी न्यूज़ एजेंसी से बात करते हुए परमाणु हथियारों से संबंधित कलपुर्ज़े ख़रीदने की ईरान की कथित कोशिशों के बारे में जर्मन चांस्लर एंगला मर्केल के दावे को रद्द कर दिया। उन्होंने कहा कि परमाणु समझौते पर हस्ताक्षर के बाद इस बात की कोई ज़रूरत ही नहीं है कि ईरान अपनी आवश्यकता के कलपुर्ज़े गुप्त रूप से ख़रीदे।
उन्होंने इसी तरह संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव बान की मून के हालिया बयान और इन दोनों लोगों के बयानों के एक साथ सामने आने की ओर संकेत करते हुए कहा कि इससे पता चलता है कि ईरान के विरुद्ध एक नया षड्यंत्र रचा जा रहा है। अली अकबर सालेही ने कहा कि विदेश मंत्रालय को इस प्रकार की साज़िशों को विफल बनाने के लिए भरपूर प्रयास करना चाहिए।
ईरान की परमाणु ऊर्जा संस्था के प्रमुख ने इस बात का उल्लेख करते हुए कि ईरान कभी भी कोई कलपुर्ज़ा ग़ैर क़ानूनी ढंग से नहीं ख़रीदेगा क्योंकि इसमें ख़र्च और ख़तरा दोनों अधिक है, कहा कि इस्लामी गणतंत्र ईरान अपनी आवश्यकता के परमाणु कलपुर्ज़ें क़ानूनी मार्गों से ख़रीदने की कोशिश कर रहा है। सालेही ने परमाणु समझौते में ईरान द्वारा स्वीकार की गई सीमितताओं के बारे में कहा कि ये सीमितताएं, ईरान को यूरेनियम का संवर्धन करने की अनुमति ही न देने की पश्चिम की मांग के मुक़ाबले में कुछ भी नहीं हैं। (HN)