ईरान के बारे में बान की मून की रिपोर्ट अधूरी सूचनाओं पर आधारित, ईरान
इस्लामी गणतंत्र ईरान ने संयुक्त राष्ट्र महासचिव की ईरान के बारे में रिपोर्ट को अधूरी सूचनाओं व जेसीपीओए के बारे में उनकी अनभिज्ञता पर आधारित बताया है।
विदेश मंत्री जवाद ज़रीफ़ ने मंगलवार को तेहरान में पत्रकारों के बीच कहा कि तेहरान पहले भी कह चुका है कि जेसीपीओए के संकलन में संयुक्त राष्ट्र संघ का कोई योगदान नहीं है।
उन्होंने बान की मून की रिपोर्ट में ईरान द्वारा इराक़ हथियार भेजे जाने के बारे में लगाए गए आरोप पर कहा कि ईरान ने उस बयान में, जो सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव नंबर 2231 के साथ जारी हुआ था, बल दिया था कि वह आतंकवाद के ख़िलाफ़ अपनी कार्यवाही जारी रखेगा, यह ईरान की नीति है और इसका जेसीपीओए से कोई लेना-देना नहीं है।
बान की मून ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को पेश की गई रिपोर्ट में ईरान द्वारा बैलिस्टिक मीज़ाईल के टेस्ट को ईरान और गुट पांच धन एक के बीच हुए परमाणु समझौते की भावना के ख़िलाफ़ बताया। हालांकि इस्लामी गणतंत्र ईरान बारंबार यह एलान कर चुका है कि उसका मीज़ाईल कार्यक्रम पूरी तरह रक्षा आयाम पर आधारित है, मीज़ाईल कार्यक्रम को परमाणु वारहेड्स ले जाने के लिए नहीं डिज़ाईन किया गया है, इससे सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव 2231 का उल्लंघन नहीं होता और जेसीपीओए से भी इसका कोई संबंध नहीं है। (MAQ/N)