तेल मार्केट को स्थिर करने वाले उपाय का ईरान समर्थन करता है, रूहानी
ईरानी राष्ट्रपति डॉक्टर हसन रूहानी ने कहा है कि इस्लामी गणतंत्र ईरान विश्व तेल मार्केट को स्थिर करने के लिए उठाए जाने वाले क़दम का समर्थन करता है।
उन्होंने तेहरान दौरे पर आए वेनेज़ोएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो से मुलाक़ात में यह बात कही। राष्ट्रपति रूहानी ने कहा, “तेल मार्केट को स्थिर बनाने, सही मूल्य और उत्पादकों के लिए न्याय संगत हिस्सा निर्धारित करने के लिए ईरान हर क़दम का समर्थन करता है।”
उन्होंने इसी प्रकार इस संदर्भ में तेल उत्पादक देशों के संगठन ओपेक और ग़ैर ओपेक के सदस्य देशों के बीच सहयोग व समन्वय को ज़रूरी बताया।
राष्ट्रपति रूहानी ने तेहरान की विदेश नीति में लेटिन अमरीका के स्थान को विशेष बताया। उन्होंने यह कहते हुए कि लैटिन अमरीकी देश ईरान के लिए बहुत अहमियत रखते हैं, ईरान-वेनेज़ोएला के बीच संबंध विस्तार पर संतोष जताया।
इस अवसर पर वेनेज़ोएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने कहा कि उनका देश तेहरान के साथ बहुआयामी सहयोग को बढ़ाने का संकल्प रखता है।
मादुरो ने कहा कि उनकी सरकार दोनों देश के बीच हुए समझौतों को लागू करने के लिए तेहरान-कराकास के बीच सलाह-मशविरे का समर्थन करती है।
ज्ञात रहे तेल उत्पादक देश अंतर्राष्ट्रीय मंडी में तेल के मूल्य को और गिरने से रोकने के लिए तेल के उत्पादन के स्तर को तय करने के लिए समझौते की कोशिश कर रहे हैं। हालिया वर्षों में तेल की क़ीमत 147 डॉलर प्रतिर बैरल से गिर कर 25 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गयी थी।
तेल मार्केट को स्थिर करने की योजना के व्यवहारिक होने के मार्ग में सऊदी अरब रुकावट बना हुआ है। वह पहले ही से ओपेक में अपने हिस्से से ज़्यादा तेल का उत्पादन कर रहा है और कह रहा है कि पहले ईरान अपने उत्पादन के स्तर को निर्धारित करे। ईरान का कहना है कि वह अमरीका की अगुवाई में लगायी गयी पाबंदियों से पहले के स्तर पर अपना उत्पादन ले जाना चाहता है। (MAQ/N)