परमाणु क्षेत्र में दूसरे पक्ष को हैरान कर सकते हैं, लेकिन ऐसा करना नहीं चाहते, ईरान
ईरान की परमाणु ऊर्जा संस्था के प्रमुख अली अकबर सालेही ने कहा है कि इस्लामी गणतंत्र अगर जेसीपीओए के उल्लंघन पर प्रतिक्रिया देगा तो अमरीका और उसके समर्थक हैरत में पड़ जाएंगे।
उन्होंने मशरिक़ न्यूज़ वेबसाइट के लिए इंटर्व्यू में, जेसीपीओए को लागू करने के मार्ग में पश्चिम और ख़ास तौर पर अमरीका की ओर से उल्लंघन पर ईरान की संभावित प्रतिक्रिया के बारे में कहा कि तकनीकी दृष्टि से परमाणु कार्यक्रम की ओर लौटने के लिए ईरान के पास तय्यारी है जो सामने वाले पक्ष को हैरत में डाल देगी लेकिन ऐसा करना नहीं चाहते।
अली अकबर सालेही ने कहा कि ईरान राष्ट्रीय हित और जेसीपीओए की प्रतिबद्धताओं के मद्देनज़र परमाणु समझौते को लागू कर रहा है लेकिन अगर अमरीका रुकावटें पैदा करेगा तो ईरान राष्ट्रीय हित के आधार पर उपाय अपनाएगा और प्रतिक्रिया देगा।
ईरान की परमाणु ऊर्जा संस्था के प्रमुख ने कहा कि जेसीपीओए के उल्लंघन की हालत में ईरान डेढ़ साल के भीतर 1 लाख युरेनियम संवर्धन की सेप्रेटिव वर्क यूनिट हासिल कर सकता है और फ़ोर्दो साइट भी कुछ दिन के अंदर 20 फ़ीसद युरेनियम संवर्धन शुरु करने की सलाहियत रखती है।
उन्होंने कहा कि पश्चिमी देश ईरान के साथ परमाणु समझौता रद्द करना नहीं चाहते और जेसीपीओए के ख़िलाफ़ अमरीका के संभावित क़दम की स्थिति में ईरान और अन्य देश एक साथ हो जाएंगे और अमरीका अलग थलग पड़ जाएगा।
अली अकबर सालेही ने बल दिया कि ईरान का परमाणु उद्योग पूरी शक्ति के साथ आगे बढ़ रहा है और उसने जेसीपीओए के अनुसार परमाणु प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में एक दीर्घकालिक कार्यक्रम तय्यार कर लिया है। (MAQ/N)