ओआईसी में ईरान ने म्यांमार और इराक़ की अखंडता का मुद्दा उठाया
ईरान के उप विदेशमंत्री सैयद अब्बास इराक़ची ने न्यूयार्क में इस्लामी सहयोग संगठन ओआईसी के उपविदेश मंत्रियों की समनव्य बैठक में कहा कि ईरान, इराक़ के संविधान की परिधि में इस देश की राष्ट्रीय एकता, अखंडता और संप्रभुता का समर्थन करता है।
इराक़ी कुर्दिस्तान की कुछ पार्टियों ने 7 जून को इराक़ी कुर्दिस्तान क्षेत्र के प्रमुख मसऊद बारेज़ानी की उपस्थिति में एक बैठक करके 25 सितंबर 2017 को इराक़ से कुर्दिस्तान क्षेत्र को अलग करने पर जनमत संग्रह कराने पर सहमति जताई थी। इस घोषणा के बाद इराक़ की विभिन्न पार्टियों,नेताओं और क्षेत्रीय व अंतर्राष्ट्रीय हल्क़ों ने भारी विरोध जताया है। आंतरिक, क्षेत्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारी विरोध के बावजूद इराक़ी कुर्दिस्तान क्षेत्र के प्रमुख मसऊद बारेज़ानी ने इराक़ी कुर्दों से जनमत संग्रह में भाग लेने की अपील की है।
संयुक्त राष्ट्र संघ की महासभा के अधिवेशन के अवसर पर हर वर्ष होने वाली इस बैठक में ईरान के उप विदेशमंत्री ने रोहिंग्या मुसलमानों के विरुद्ध बौद्ध चरमपंथियों और म्यांमार की सेना के अपराधों की ओर संकेत करते हुए कहा कि ईरान, म्यांमार में अपराधों की तुरंत रोकथाम की मांग करता हैै। उन्होंने रोहिंग्या मुसलमानों के जनसंहार को जातीय सफ़ाए की संज्ञा दी।
ज्ञात रहे कि 25 अगस्त से अब तक म्यांमार के मुसलमानों के विरुद्ध सेना और बौद्ध चरमपंथियों की कार्यवाही में सैकड़ों लोग माेर जा चुके हैं जबकि लाखों लोग पलायन पर विवश हो गये हैं। (AK)