वॉशिंग्टन में पीएलओ का कार्यालय फिर से खोलने के लिए अमरीका की शर्त पर हमास ने कहा...
(last modified Mon, 20 Nov 2017 10:37:45 GMT )
Nov २०, २०१७ १६:०७ Asia/Kolkata
  • वॉशिंग्टन में पीएलओ का कार्यालय फिर से खोलने के लिए अमरीका की शर्त पर हमास ने कहा...

फ़िलिस्तीन के इस्लामी प्रतिरोध आंदोलन हमास ने पीएलओ के वॉशिंग्टन में कार्यालय को फिर से खोलने के लिए अमरीका की पूर्व शर्त को, फ़िलिस्तीनी राष्ट्र पर हमले के संबंध में ज़ायोनी शासन के ख़िलाफ़ मुक़द्दमे को रुकवाने की कोशिश बताया।

फ़िलिस्तीन इन्फ़ार्मेशन सेंटर के अनुसार, हमास ने सोमवार को अपने बयान में अमरीका की ओर से पीएलओ के कार्यालय को फिर से वॉशिंग्टन में खोलने के लिए लगायी गयी शर्त की भर्त्सना करते हुए स्वशासित फ़िलिस्तीनी प्रशासन के नेताओं से अमरीकी दबावों के सामने दृढ़ता दिखाने और फ़िलिस्तीनी राष्ट्र का समर्थन करने पर बल दिया।

हमास के बयान में आया है कि अमरीका न्यायपूर्ण मध्यस्थ नहीं है, इससे भी बड़ी बात यह है कि अमरीका ज़ायोनियों के युद्ध अपराध का समर्थन करता और उनके ख़िलाफ़ कार्यवाहियों के मार्ग में रुकावट बनता है और यही बात फ़िलिस्तीनियों पर हमले जारी रखने में इस्राईल के लिए हरी झंडी के समान है।

अमरीका ने पीएलओ के सामने शर्त रखी है कि अगर वह वॉशिंग्टन में अपना कार्यालय फिर से खोलना चाहता है तो उसे मध्यपूर्व साठ गांठ वार्ता में शामिल होना होगा। हफ़्तों धमकी के बाद अमरीकी सरकार ने वॉशिंग्टन में पीएलओ के कार्यालय को बंद करने का आदेश जारी किया।

1991 में पश्चिम एशिया में साठगांठ वार्ता अमरीका और कुछ योरोपीय सरकारों के दिशा निर्देश में शुरु हुयी। यह ऐसी ख़तरनाक व जटिल प्रक्रिया है जिसका लक्ष्य फ़िलिस्तीनियों के पूरे अधिकारों का हनन करना है। (MAQ/N)

 

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