विदेशियों के संगठित हस्तक्षेप का लक्ष्य ईरान को प्रगति से रोकना हैः अली शमख़ानी
ईरान की सर्वोच्च राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के सचिव ने कहा है कि हालिया दिनों में इंटरनेट और सोशल साइटों पर इस्लामी गणतंत्र ईरान के विरुद्ध जो हो रहा है वह ईरानी राष्ट्र के खिलाफ़ क्षद्मयुद्ध है।
अली शमख़ानी ने लेबनान के अलमयादीन चैनल से वार्ता में कहा कि हालिया कुछ दिनों में ईरान के अंदर जो घटनाएं हुई हैं उनका दिशा -निर्देशन अमेरिका, ब्रिटेन और सऊदी अरब सहित वाशिंग्टन के घटक देशों की ओर से किया जा रहा है।
हालिया दिनों में ईरान के कुछ नगरों में लोगों ने मंहगाई और संस्थाओं की ओर से पैसों के डूब जाने के खिलाफ प्रदर्शन किये और उपद्रवियों व अवसरवादियों ने इन प्रदर्शनों का लाभ उठाकर कुछ सार्वजनिक सम्पत्ति को नुकसान पहुंचाया।
अमेरिकी, इस्राईली, ब्रितानी और सऊदी अधिकारियों और इसी प्रकार विदेशी संचार माध्यमों ने लोगों के प्रदर्शनों का दुरुपयोग करके हिंसा की ओर उसके निशा- निर्देशन का प्रयास किया।
ईरान में विघ्न व अशांति उत्पन्न करने के लिए अमेरिका और उसके घटकों की एक कार्यवाही असामाजिक तत्वों का समर्थन रहा है।
ईरान की सर्वोच्च राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के सचिव ने बल देकर कहा है कि विदेशियों के संगठित हस्तक्षेप का लक्ष्य ईरान को प्रगति से रोकना है और दुश्मन प्रयास कर रहे हैं कि ईरान को अंदर से तोड़ दें परंतु वे कभी भी सफल नहीं होंगे।
अली शमख़ानी ने कहा कि ईरानी अमेरिका और सऊदी अरब सहित उसके घटकों द्वारा देश के आंतरिक मामलों के हस्तक्षेप के प्रति संवेदनशील हैं।
उन्होंने कहा कि सऊदी अरब ईरान के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप के लिए बहुत पैसा खर्च कर रहा है और वह देश के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप से ईरान की कड़ी प्रतिक्रिया और उसके करारे जवाब से अवगत है। MM