आतंकवादी गुटों के सरगना नया धर्म बनाने के प्रयास में थेः विलायती
(last modified Thu, 04 Jan 2018 06:31:29 GMT )
Jan ०४, २०१८ १२:०१ Asia/Kolkata
  • आतंकवादी गुटों के सरगना नया धर्म बनाने के प्रयास में थेः विलायती

अली अकबर विलायती ने कहा है कि वर्तमान संभावना ने ईरान को क्षेत्र की पहली शक्ति में परिवर्तित कर दिया है।

अंतर्राष्ट्रीय मामलों में ईरान की इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता के सलाहकार ने कहा है कि इस्लामी क्रांति की वर्तमान संभावना ने इस्लामी गणतंत्र ईरान को क्षेत्र की पहली और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रभावी शक्ति में परिवर्तित कर दिया है।

अली अकबर विलायती ने गत रात्रि ईरान के पवित्र नगर कुम में इस्लामी क्रांति और क्षेत्रीय परिवर्तनों के संबंध में आयोजित कांफ्रेन्स में कहा कि ईरान ने अपनी क्षेत्रीय सुरक्षा के साथ और दुश्मनों को पराजित करके आतंकवादी गुट की बढ़त और उसके हमले को रोक दिया।

अंतरराष्ट्रीय मामलों में वरिष्ठ नेता के सलाहकार ने ईरान की क्षेत्रीय शक्ति को पैग़म्बरे इस्लाम के पवित्र परिजनों के अनुसरण का परिणाम बताया और कहा कि आतंकवादी गुट दाइश के मुकाबले में सिपाहे पासदारान, फातेमियून, हैदरयून और ज़ैनबियून के प्रतिरोध का कारण भी पैग़म्बरे इस्लाम के पवित्र परिजनों के अनुसरण का कारण था।

उन्होंने कहा कि तालेबान और अलकायदा जैसे आतंकवादी गुटों को बनाने का इस्लाम के दुश्मनों का लक्ष्य पैग़म्बरे इस्लाम के परिजनों के अनुसरण करने वालों की आस्थाओं को लक्ष्य बनाना था और स्पष्ट किया कि इन गुटों के सरगना इस्लाम के खिलाफ एक धर्म बनाने की चेष्टा में थे किन्तु केवल इस्लामी गुट उनका मुकाबला कर सके।

अंतरराष्ट्री मामलों में इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता के सलाहकार ने सीरिया और इराक में ईरान तथा हश्दुश्शाबी की उल्लेखनीय भूमिका की ओर संकेत किया और कहा कि ईरान अपने हितों की रक्षा के लिए और क्षेत्र में जायोनी शासन और आतंकवादी गुटों के प्रभाव को रोकने के लिए क्षेत्र में मौजूद है।

इसी प्रकार उन्होंने कहा कि पड़ोसी देश जो एकजुट ईरान का समर्थन कर रहे हैं वह ईरान की शक्ति का परिणाम है। MM

 

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