यमन समस्या का समाधान बमबारी नहीं, ईरान
संयुक्त राष्ट्र संघ में इस्लामी गणतंत्र ईरान के स्थायी प्रतिनिधि ने मंगलवार की सुबह कहा है कि यमन की समस्या का सैन्य समाधान नहीं है और ईरान का यह मानना है कि यमन संकट का राजनीतिक समाधान हो सकता है।
" गुलामअली खुशरो" ने यमन के बारे में रूस के प्रस्ताव के पारित होने के बाद कहा कि ईरान के खिलाफ बार बार दोहराए जाने वाले दावों और उकताहट भरे ड्रामे से यमन पर आक्रमण करने वालों की मदद की जा रही है।
उन्होंने कहा कि तीन वर्षों से जारी युद्ध और निरंतर बमबारी से यमन में मानवत्रासदी जनम ले चुकी है।
सुरक्षा परिषद ने सोमवार को यमन के के बारे में पेश किये जाने वाले 2 प्रस्तावों पर चर्चा के लिए बैठक का आयोजन किया था।
पहला प्रस्ताव ब्रिटेन ने पेश किया था जिसमें ईरान पर भी निराधार आरोप लगाए गये थे जिसे रूस ने वीटो कर दिया।
दूसरा मसौदा रूस ने तैयार किया था जिसे सुरक्षा परिषद के सभी सदस्यों की सहमति से पारित कर दिया गया।
सऊदी अरब तीन वर्षों से यमन पर भीषण बमबारी कर रहा है किंतु जीत अब भी उसके लिए सपना है इस लिए अब वह ईरान पर आरोप लगा कर अपनी पराजय पर पर्दा डालने का प्रयास कर रहा है।
यमनी सेना ने सऊदी अरब की राजधानी पर भी मिसाइल दाग कर सऊदी अधिकारियों की नींद उड़ा दी है। (Q.A.)