ज़ायोनी शासन के साथ अमरीका का परमाणु सहयोग, एनपीटी का उल्लंघन हैः ईरान
(last modified Tue, 01 May 2018 13:20:38 GMT )
May ०१, २०१८ १८:५० Asia/Kolkata
  • ज़ायोनी शासन के साथ अमरीका का परमाणु सहयोग, एनपीटी का उल्लंघन हैः ईरान

अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेन्सी आईएईए में ईरान के स्थाई राजदूत रज़ा नजफ़ी ने बल देकर कहा है कि नैटो परमाणु योजना के अंतर्गत यूरोप में अमरीका द्वारा परमाणु हथियारों की स्थापना, परमाणु हथियारों के परीक्षण और निर्माण के लिए ज़ायोनी शासन की सहायता, समझौते से बाहर के देशों को परमाणु सहायता प्रदान करने और एनपीटी का खुला उल्लंघन है।

श्री रज़ा नजफ़ी ने सोमवार की रात जेनेवा में एनपीटी की पुनर्समीक्षा बैठक में कहा कि ईरान परमाणु अप्रसार संधि एनपीटी पर पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि जब तक परमाणु हथियार मौजूद हैं, इन हथियारों के विस्तार का ख़तरा यथावत बाक़ी रहेगा चाहे दूसरे देशों में स्थानांतरित करने, या उसके उत्पादन या उसको विकसित करने द्वारा हो।

उन्होंने कहा कि परमाणु हथियारों के विस्तार को रोकने का एकमात्र रास्ता पूर्ण रूप से इन हथियारों की तबाही है और परमाणु संपन्न देश एनपीटी में वर्णित अपने वचनों का उल्लंघन करते हुए इनकी रक्षा और इन्हें विकसित कर रहे हैं। 

उन्होंने बल दिया कि ज़ायोनी शासन का परमाणु हथियार कार्यक्रम, कुछ देशों विशेषकर अमरीका के दोहरे व्यवहार का परिणाम है जिसने एनपीटी समझौते की धज्जियां उड़ा रखी हैं। उन्होंने कहा कि यह देश क़ानूनी दृष्टि से भी एनपीटी पर अमल करने पर प्रतिबद्ध हैं। (AK)

टैग्स