अमेरिकी षड़यंत्रों से पूरी तरह पर्दा हट चुका हैः अली अकबर विलायती
अंतर्राष्ट्रीय मामलों में वरिष्ठ नेता के उच्च सलाहकार डॉक्टर अली अकबर विलायती ने क़ुरआन, पैग़म्बरे इस्लाम और उनके परिजनों से प्रेम को मुसलमानों की एकता के लिए मज़बूत आधार क़रार दिया है। उन्होंने यह बात बल देकर कही कि मुसलमानों के बीच लड़ाई-झगड़े समाप्त कराना अनिवार्य और इस्लामी और मानवीय कर्तव्य है।
राजधानी तेहरान में मुहिब्बाने अहलेबैत (अ) विश्व कांग्रेस की केंद्रीय परिषद की बैठक को संबोधित करते हुए अंतर्राष्ट्रीय मामलों में इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता के उच्च सलाहकार और विश्व इस्लामी जागरूकता मंच के महासचिव डॉक्टर अली अकबर विलायती ने कहा कि जो चीज़ मुसलमानों के सभी मतों और विचारों को एक साथ मज़बूती से जोड़ती है वह ईश्वरीय किताब क़ुरआन, हज़रत मोहमम्द सल्लाहो अलैहे वा आलेहि वसल्लम का ईश्वरीय दूत होना और अहलेबैत अर्थात उनके परिजनों से प्रेम है। डॉक्टर अली अकबर विलायती ने कहा कि इस्लाम, विभिन्न प्रकार के प्रवृत्तियों और विचारों का धर्म है जिनमें प्रत्येक का विशेष स्थान है ज़ैदी, अल्वी, हनफ़ी, शाफ़ई, मालेकी, हम्बली जाफ़री, अबाज़ी और इस्माईली आदि सभी मुसलमानों के अलग-अलग मत हैं और सबने इस्लामी सभ्यता को बढ़ावा देने के रास्ते में बहुमूल्य सेवा देने की कोशिश की है।
डॉक्टर अली अकबर विलायती ने इस्लामी जगत और मुसलमानों के सामने मौजूद चुनौतियों और कठिनाइयों का उल्लेख करते हुए यह बात बल देकर कही कि मुसलमानों के बीच रक्तपात बंद कराना वाजिब अर्थात अनिवार्य है और साथ ही इस्लामी और मानवीय कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि प्रॉक्सी वार तथा तकफ़ीरी एवं चरमपंथी गुटों के माध्यम से इस्लामी देशों को कमज़ोर और उनको टुकड़े-टुकड़े करने की साज़िश का मुक़ाबला करना हम सबका इस्लामी और धार्मिक दायित्व है।
इस्लामी जागरूकता मंच के महासचिव ने कहा कि फ़िलिस्तीन की अत्याचारग्रस्त जनता, पूरी दृढ़ता के साथ इस्लामी जगत के रक्षा बोझ अपने कंधों पर उठाए हुए है और लगातार इस्लाम दुश्मन ताक़तों से टकरा रही है। अली अकबर विलायती ने वर्तमान की अमेरिकी सरकार की नीतियों की ओर इशारा करते हुए कहा कि अमेरिका में एक ऐसा व्यक्ति सत्ता में आ गया है जिसने अमेरिका की षड्यंत्रकारी नीतियों से अतीत की तुलना में कहीं अधिक पर्दा उठा दिया है।
इस्लामी जागरूकता मंच के महासचिव ने कहा कि समय ने यह साबित कर दिया है कि अमेरिका पिछले चालीस वर्षों से यह प्रयास कर रहा है कि वह अपनी नीतियों को दुनिया भर में लागू कर सके लेकिन हमेशा उसको विफलता ही हाथ लगी है और आगे भी विफलता ही मिलेगी। उल्लेखनीय है कि अंतर्राष्ट्रीय मुहिब्बाने अहलेबैत कांग्रेस की केंद्रीय परिषद की पहली दो दिवसीय बैठक सोमवार से तेहरान में आरंभ हुई है। इस बैठक में दुनियाभर के सैकड़ों बुद्धिजीवी और धर्मगुरु भाग ले रहे हैं और इस्लामी जगत और मुसलमानों के बीच एकता के रास्तों में मौजूद अड़चनों पर समीक्षा कर रहे हैं। (RZ)