इस्राईली परमाणु हथियारों ने मध्यपूर्व को ख़तरे में डाल दिया हैः ईरान
वियना में स्थित संयुक्त राष्ट्र संघ के कार्यालय में ईरान के स्थाई दूत काज़िम ग़रीबाबादी ने कहा है कि ज़ायोनी शासन के परमाणु हथियार, मध्यपूर्व के लिए ख़तरा हैं।
वियना में ईरान के स्थाई दूत ने 21वीं एडवर्ड आमाल्डी अंतर्राष्ट्रीय कांफ़्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि ज़ायोनी शासन का बेलगाम परमाणु कार्यक्रम सबसे बड़ा ख़तरा और एनपीटी समझौते का उल्लंघन समझा जाता है।
ग़रीबाबादी ने इस बात की ओर संकेत करते हुए कि ज़ायोनी शासन एनपीटी जैसे परमाणु निरस्त्रीकरण या विध्वंसक हथियारों की रोकथाम के किसी समझौते या संस्था का सदस्य नहीं है और एनपीटी में शामिल होने के लिए भी तैयार नहीं है, कहा कि ज़ायोनी शासन के ख़तरों और अमरीकी विरोध के दृष्टिगत मध्यपूर्व में परमाणु हथियारों से रहित क्षेत्र बनाने का भविष्य अंधकार है।
ईरानी प्रतिनिधि ने दुनियाभर में अमरीका की विध्वंसक कार्यवाहियों की ओर संकेत करते हुए कहा कि अमरीका, सीमापार प्रतिबंध लगाने में सबसे आगे है और देशों के विरुद्ध व्यापारिक प्रतिबंध लगाने, पूंजी निवेश को रोकने और संपत्तियों को सील करने में किसी भी प्रयास से संकोच नहीं करता।
काज़िम ग़रीबाबादी ने कहा कि अमरीका स्वयं को दुनिया का पुलिसमैन समझता है किन्तु अंतर्राष्ट्रीय नियमों और सिद्धांतों को रौंदता है। (AK)