ईरान दबाव में फैसला नहीं करता, परमाणु संस्था के प्रमुख!
(last modified Wed, 12 Feb 2020 01:39:31 GMT )
Feb १२, २०२० ०७:०९ Asia/Kolkata
  • ईरान दबाव में फैसला नहीं करता,  परमाणु संस्था के प्रमुख!

इस्लामी गणतंत्र ईरान की परमाणु संस्था के प्रमुख ने कहा है कि ईरान कभी दबाव में फैसला नहीं करता।

ईरान की परमाणु संस्था के प्रमुख अली अकबर सालेही ने वियना में परमाणु ऊर्जा की अंतरराष्ट्रीय संस्था आईएईए के प्रमुख राफाइल ग्रोसी से भेंट में कहा कि आईएईए को राजनीति से दूर रहना चाहिए। 

उन्होंने कहा कि ईरान बात चीत और तर्क में यक़ीन रखता है  और परमाणु ऊर्जा की अंतरराष्ट्रीय संस्था को कुछ इस प्रकार काम करना चाहिए कि उसके फैसलों में राजनीतक रूझान की झलक न हो। 

अली अकबर सालेही ने ईरान और आईएईए के संबंधों को बहुत अच्छा बताया और आशा प्रकट की है कि यह दोनों पक्षों के अच्छे संबंध और सहयोग इसी तरह से जारी रहेंगे। 

ईरान की परमाणु संस्था के प्रमुख अली अकबर सालेही ने इसी प्रकार मंगलवार को ही अपने फ्रांसीसी समकक्ष " फ्रांसवा जैक" से भेंट में, युरोपीय पक्ष द्वारा जेसीपीओए का पालन न किये जाने की आलोचना की और कहा कि अगर वर्तमान परिस्थितियां जारी रहीं तो यह किसी के हित में नहीं होगा। 

याद रहे  8 मई सन 2018 को ईरान के साथ हुए परमाणु समझौते से एक तरफा तौर पर अमरीका के निकलने के बाद, जर्मनी, ब्रिटेन और फ्रांस ने वचन दिया था कि वह ईरान के हितों की रक्षा करके इस समझौते को जारी रखेंगे लेकिर अभी तक वह अपने वादों को पूरा करने में सफल नहीं हो पाए हैं। 

युरोपीय पक्ष द्वारा अपने वचनों के पालन में नाकामी के बाद 8 मई सन 2019 को अर्थात समझौते से अमरीका के निकलने के ठीक एक साल बाद, ईरान की उच्च राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद ने एलान किया कि ईरान  समझौते के अनुच्छेद 26 और 36 के आधार पर अपना अधिकार प्रयोग करते हुए, समझौते में दिये गये अपने वचनों के पालन की प्रक्रिया में चरणबद्ध तरीक़े से कमी करेगा। 

ईरान ने 5 जनवरी सन 2020 को इस दिशा में पांचवां क़दम भी उठा लिया। Q.A.

 

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