तेल के बाज़ार में आए तूफ़ान को क़ाबू करने के लिए ओपेक और ग़ैर ओपेक दोनों को साथ आना होगाः ज़न्गने
ईरान के पेट्रोलियम मंत्री बीजन नामदार जंग्ने का कहना है कि ओपेक अकेले तेल के बाज़ार में आए तूफ़ान को क़ाबू नहीं कर सकता।
उन्होंने कोरोना वायारस के ख़त्म होने की मुद्दत के स्पष्ट न होने और तेल की मंडी में मांग गिरने और सप्लाई बढ़ने का ज़िक्र करते हुए कहा कि तेल की मंडी को स्थिर करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय सहयोग की ज़रूरत है, सिर्फ़ ओपेक अकेले तेल की मंडी की मुश्किल को हल नहीं कर सकता।
बीजन नामदार ज़ंग्ने ने बुधवार को मंत्रीमंडल की तेहरान में बैठक में बताया कि तेल की मंडी में ज़रूरत से ज़्यादा सप्लाई हुयी है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के संकट की वजह से पेट्रोलियम प्रोडक्ट का इस्तेमाल बहुत तेज़ी से घट गया और एविएशन इंडस्ट्री का बहुत बड़ा भाग बंद पड़ा हुआ है।
उन्होंने बल दिया कि कोरोना वायरस फैलने से तेल की मांग गिरती गयी, लेकिन मार्च महीने से क़ीमत की लड़ाई शुरु हुयी जिसमें कुछ देशों ने तेल का उत्पादन बढ़ाकर संकट को और गंभीर बना दिया।
ईरान के पेट्रोलियम मंत्री ने कहा कि अंधाधुंध उत्पादन की वजह से बाज़ार में पहुंचे हुए तेल को वापस लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि अप्रैल महीने में अतिरिक्त तेल की बाज़ार में आपूर्ति हुयी, लेकिन तेल की पैदावार कम करने पर हुयी सहमति के मुताबिक़, 1 मई से तेल के बाज़ार में 1 करोड़ बैरल तेल कम आपूर्ति होगी जिसका बाज़ार पर असर पड़ेगा।
बीजन नामदार ज़न्गने ने बल दिया कि तेल उत्पादक देशों के संगठन में शामिल और इससे बाहर के तेल उत्पादक देश दोनों ही गुट तेल की पैदावार कम करने की ज़िम्मेदारी लें। उन्होंने कहा कि अमरीका और कैनडा में शेल तेल के उत्पादकों ने इस संबंध में ज़िम्मेदारी नहीं ली, जिसके नतीजे में बाज़ार ने उन्हें सबक़ सिखाया। (MAQ/N)