अमरीका से वार्ता क़त्तई नहीं, पश्चिम ने एक बार फिर अपनी अस्लियत दिखा दीः ईरानी संसद
ईरान के संसद सभापति ने ज़ोर देकर कहा है कि अमरीका से किसी भी स्थिति में बात नहीं होगी और पश्चिम ने एक बार फिर अपनी अस्लियत दिखा दी है।
मुहम्मद बाक़िर क़ालीबाफ़ ने रविवार को संसद की खुली बैठक के आरंभ में कहा कि ईरान के साथ दुश्मनी में यूरोप वाले, अमरीका से कम नहीं हैं और आईएईए के निदेशक मंडल में ईरान के ख़िलाफ़ प्रस्ताव का पारित होना, ज़ायोनी शासन की एक बचकानी चाल थी। उन्होंने इस बात की तरफ़ इशारा करते हुए कि ईरान इस प्रस्ताव का उचित जवाब देगा, कहा कि ईरान व आईएईए के रिश्तों में तनाव के ज़िम्मेदार, यह प्रस्ताव पेश करने वाले देश हैं और इन्हें अपने इस क़दम का नतीजा भुगतना पड़ेगा।
ईरान के संसद सभापति ने आईएईए के साथ ईरान के बरसों से जारी सहयोग की तरफ़ भी इशारा किया और कहा कि पिछले सत्रह साल का इतिहास दिखाता है कि ईरान ने हमेशा, अंतर्राष्ट्रीय क़ानूनों और अपने हितों के परिप्रेक्ष्य में आईएईए के साथ भरपूर सहयोग किया लेकिन उसे अधिक दुश्मनी और अधिक दबाव के अलावा कुछ भी हासिल नहीं हुआ है। क़ालीबाफ़ का कहना था कि राष्ट्रीय एकजुटता के साथ भरपूर प्रतिरोध ही ईरान का रणनैतिक विकल्प है और जो राष्ट्र, लहराते राष्ट्र ध्वज के साथ दक्षिणी अमरीका तक अपने तेल टैंकर भेज सकता है, उसे निराधार प्रस्तावों से रोका नहीं जा सकता। संसद सभापति ने कहा कि अमरीका से क़त्तई बात चीत नहीं की जाएगी और पश्चिमी देशों के साथ भी अधिकतम अविश्वास के साथ ही वार्ता होगी। (HN)