Jul २९, २०२० १५:२३ Asia/Kolkata
  • वरिष्ठ नेता का वार्षिक हज संदेश, अमरीका न तो हमें डरा सकता है और न ही झुका सकता है, अमरीका सबसे बड़ा शैतान, डाकू और ग़द्दार है

इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने बल दिया है कि अमरीका की वर्तमान घटनाओं और इस देश में जारी नस्लभेद के विरुद्ध आंदोलन के विषय में हम अमरीकी जनता का भरपूर समर्थन करते हैं और इस देश की नस्लभेदी सरकार के हिंसक बर्ताव की निंदा करते हैं।

इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता ने अपने वार्षिक हज के संदेश में कहा कि हज उन साम्राज्यवादी शक्तियो के मुक़ाबले में शक्ति का प्रतीक है जो भ्रष्टाचार, अत्याचार और कमज़ोरों के जनसंहार और लूटमार में व्यस्त हैं और आज इस्लामी जगत उनके अत्याचार और दुष्टता से दुखी है और उसका शरीर लहुलुहान है।

आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने अपने हज संदेश में इस्लामी जगत के बीच एकता को आवश्यक क़रार देते हुए कहा कि हमेशा की तरह बल्कि हर दौर से अधिक एकता ही इस्लामी जगत के हित की मांग है, ऐसी एकता जो दुश्मनों के मक़ाबले में शक्ति बनकर साक्षात शैतान अर्थात हमलावर और विश्वासघाती अमरीका, उसके पालतू कुत्ते इस्राईल पर बरस पड़े और उसकी उद्दंडता के सामने डट जाए।

आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने अमरीका में जारी नस्लभेद और अमरीकी पुलिस के हिंसक बर्ताव की ओर संकेत करते हुए कहा कि दुनिया के कमज़ोर राष्ट्रों के साथ अमरीका के बर्ताव का प्रतिबिंबन, अमरीकी पुलिस के हिंसक बर्ताव में होता है जिसमें निहत्थे अश्वेतों की गर्दन को घुटने से इतना दबाया जाता है कि उसकी जान चली जाए।

वरिष्ठ नेता ने इस्लामी क्रांति की विभूतियों की ओर संकेत करते हुए कहा कि ईरानी राष्ट्र ने क़ुरआन के वादों पर अमल करते हुए आगे की ओर ठोस क़दम बढ़ाया और वर्तमान काल का सबसे बड़ा शैतान, डाकू और ग़द्दार अर्थात अमरीका, हमें न तो डरा सकता है और नही हमें अपने धोखे के सामने झुकाकर हमारे विकास का रास्ता रोक सकता है।

इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता ने कहा कि हम सारी दुनिया के राष्ट्रों को अपना भाई समझते हैं और दुश्मन के मोर्चे से दूर रहने वाले ग़ैर मुस्लिमों के साथ अच्छा बर्ताव करते हैं, मुसलमानों के दुख और परेशानियों को अपनी परेशानी समझते हैं और फ़िलिस्तीन के अत्याचारग्रस्त मुसलमानों की मदद, यमन के घायल शरीर और दुनिया के हर क्षेत्र के अत्याचारग्रस्त मुसलमानों के साथ हमदर्दी को हमेशा की भांति अपना दायित्व समझते हैं।

आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने इस्लामी जगत पर भरोसा करने के बजाए दुश्मन की गोद में जा बैठने वाले कुछ मुस्लिम शासकों को नसीहत की है कि वह इस काम से बाज़ आ जाएं और इसके कटु परिणाम पर विचार करें।

वरिष्ठ नेता ने कहा कि क्षेत्र में अमरीका की उपस्थिति पश्चिमी एशिया के राष्ट्रों के नुक़सान में है और पश्चिमी एशिया के देशों में अशांति, तबाही और पिछड़ेपन का कारण बन रही है। वरिष्ठ नेता ने कहा कि अमरीका की वर्तमान स्थिति और नस्लभेद के विरुद्ध आंदोलन के बारे में हम जनता का खुलकर समर्थन करते हैं और हम अमरीकी नस्लभेदी सरकार के हिंसक रवैये की कड़ी आलोचना करते हैं।  (AK)

ताज़ातरीन ख़बरों, समीक्षाओं और आर्टिकल्ज़ के लिए हमारा फ़ेसबुक पेज लाइक कीजिए!

हमारा व्हाट्सएप ग्रुप ज्वाइन करने के लिए क्लिक कीजिए

टैग्स