इराक़ी विदेशमंत्री ईरान दौरे पर, तेहरान ने जनरल क़ासिम सुलैमानी का मुद्दा उठाया
इराक़ के विदेशमंत्री फ़ुआद हुसैन ने अपने तेहरान दौरे के दौरान ईरान के कई वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाक़ातें कीं।
राष्ट्रपति रूहानी ने इराक़ के विदेशमंत्री से मुलाक़ात में कहा कि इराक़, अफ़ग़ानिस्तान और फ़ार्स की खाड़ी के दक्षिणी देशों में अमरीकी सैनिकों की उपस्थिति, क्षेत्रीय शांति और स्थिरता के लिए ख़तरा है।
राष्ट्रपति डाक्टर हसन रूहानी ने कहा कि क्षेत्र से अमरीकियों के निष्कासन के लिए कोशिशें करना हर उस देश की ज़िम्मेदारी है जहां अमरीकी मौजूद हैं। उनका कहना था कि ईरान, इस बारे में इराक़ी संसद से मंज़ूर किए गये बिल को सकारात्मक क़दम समझता है।
उनका कहना था कि ईरान, इराक़ में एकता और एकजुटता में मदद के लिए इराक़ सरकार और जनता के साथ है। उनका कहना था कि ईरान, विभिन्न चरणों में इराक़ की क़ानूनी सरकार और जनता का समर्थक रहा है और इराक़ सरकार और जनता की मदद का बेहतरीन नमूना, इस देश पर दाइश की चढ़ाई के दौरान सामने आया है।
राष्ट्रपति हसन रूहानी ने कहा कि ईरान की सरकार और जनता, इराक़ को अपना दोस्त देश समझती है।
इस मुलाक़ात में इराक़ी विदेशमंत्री ने विभिन्न चरणों में इराक़ सरकार और जनता की मदद करने पर ईरान का शुक्रिया अदा किया और दोनों देशों के बीच हुए समझौतों को व्यवहारिक बनाने पर बल दिया।
उनका कहना था कि दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों में विस्तार, उनकी ईरान यात्रा के उद्देश्यों में है।
इससे पहले विदेशमंत्री मुहम्मद जवाद ज़रीफ़ ने अपने इराक़ी समकक्ष से विभिन्न विषयों पर चर्चा की थी।
ईरान के दौरे पर आए इराक़ी विदेशमंत्री फ़ुआद हुसैन से विदेशमंत्री ने वार्ता में जनरल क़ासिम सुलैमानी की हत्या और इराक़ में ईरानी कूटनयिक स्थलों की रक्षा के विषय पर बात की।
विदेशमंत्री जवाद ज़रीफ़ ने अपने इराक़ी समकक्ष से मुलाक़ात के बाद ट्वीट किया कि मुझे ख़ुशी है कि मैं अपने दोस्त इराक़ी विदेशमंत्री का मेज़बान था।
उन्होंने कहा कि इराक़ी विदेशमंत्री से मुलाक़ात में द्विपक्षीय संबंधों में और अधिक विस्तार के लिए की गयी कार्यवाहियों का जाएज़ा लिया गया।
विदेशमंत्री ने कहा कि इस मुलाक़ात में द्विपक्षीय संबंधों और क्षेत्रीय व अंतर्राष्ट्रीय मामलों पर भी विचार विमर्श किया गया।
उधर संसद सभापति मुहम्मद बाक़िर क़ालीबाफ़ ने इराक़ी विदेशमंत्री से मुलाक़ात में बल दिया कि आतंकवाद से संघर्ष के नायकों के रूप में जनरल क़ासिम सुलैमानी और जनरल अबू महदी अलमुहन्दिस पर अमरीकी हमला, इराक़ की संप्रभुता का अपमान और इस देश की स्वाधीनता का उल्लंघन है।
उन्होंने कहा कि ईरान, इराक़ की एकता, स्वाधीनता, सुरक्षा और संप्रभुता पर हमेशा से बल देता रहा है और एक मुस्लिम व महत्वपूर्ण पड़ोसी देश के रूप में इराक़ का हमेशा समर्थन करता रहा है।
संसद सभापति ने कहा कि इराक़ और क्षेत्र में सुरक्षा और शांति की स्थाना, ईरान की महत्वपूर्ण चिंताएं हैं और इराक़ में मौजूद समस्याओं का एकमात्र हल, इस देश से अमरीकियों का निष्कासन है।
उन्होंने इस्राईल के साथ बहरैन और संयुक्त अरब इमारात के संबंधों के बारे में कहा कि इस्लामी जगत को इस बारे में चुप नहीं रहना चाहिए क्योंकि फ़िलिस्तीन का मुद्दा, मुसलमानों की प्राथमिकता है।
इस मुलाक़ात में इराक़ के विदेशमंत्री फ़ुआद हुसैन ने ईरान और इराक़ के संयुक्त आर्थिक और राजनैतिक हितों की ओर इशारा करते हुए कहा कि दोनों देशों के बीच अधिक से अधिक द्विपक्षीय संबंधों का विस्तार बहुत ज़रूरी है। (AK)
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