ईरान की संसद ने की अलमुस्तफ़ा यूनिवर्सिटी पर प्रतिबंध की निंदा
ईरान के सांसदों का कहना है कि क़ुम की अलमुस्तफ़ा यूनिवर्सिटी जैसे ज्ञान के केन्द्र पर प्रतिबंध, ईरानी राष्ट्र की वैज्ञानिक प्रगति के मुक़ाबले में अमरीकी सरकार की निराशा का परिचायक है।
ईरानी सांसदों ने रविवार को बयान जारी करके अमरीका की ओर से क़ुम की अलमुस्तफ़ा यूनिवर्सिटी के प्रतिबंधित करने का विरोध किया है। इस बयान में कहा गया है कि ज्ञान के शत्रुओं और मानवता के विरोधियों ने एक बार फिर अपने वास्तविक रूप को स्पष्ट कर दिया है। अब क़ुम की अलमुस्तफ़ा यूनिवर्सिटी जैसे ज्ञान के केन्द्र को, जो अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर एक विश्वसनीय संस्था है, प्रतिबंधों का निशाना बनाया गया है जबकि यह विश्व में अध्यात्म को फैलाती है। सांसदों ने कहा है कि इस प्रकार का काम वास्तव में ईरानी राष्ट्र की सांस्कृतिक एवं वैज्ञानिक प्रगति के मुक़ाबले में घमंडी अमरीकी सरकार की निराशा और लाचारी का परिचायक है।
ईरान के सांसदों ने ज्ञान के इस केन्द्र पर प्रतिबंध की भर्त्सना की है जिसका नारा न्याय, अध्यात्म और बुद्धि है। सांसदों ने कहा है कि हम इस प्रतिबंध को अनैतिक, अवैध तथा अन्तर्राष्ट्रीय नियमों के विरुद्ध मानते हैं। उन्होंने कहा कि हम ज्ञान की इस गौरवपूर्ण संस्था का खुलकर समर्थन करते हैं। याद रहे कि अमरीकी वित्त मंत्रालय ने गत मंगलवार को एक बयान जारी करके बताया था कि क़ुम की अलमुस्तफ़ा यूनिवर्सिटी को प्रतिबंधों की सूची में शामिल कर लिया गया है।
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