शत्रु के पास परमाणु शक्ति संपन्न ईरान को स्वीकार करने के अतिरिक्त कोई रास्ता नहीं
ईरान के सशस्त्र बलों के पैसिव डिफेंस आर्गानाइज़ेशन के प्रमुख ने कहा है कि अब शत्रु के पास परमाणु शक्ति संपन्न ईरान को स्वीकार करने के अतिरिक्त कोई दूसरा रास्ता नहीं है।
ईरान के सशस्त्र बलों के पैसिव डिफेंस आर्गानाइज़ेशन के प्रमुख ब्रिगेडियर जनरल ग़ुलाम रज़ा जलाली ने राष्ट्रीय परमाणु तकनीक दिवस के अवसर पर कहा कि इस्लामी क्रांति की सफलता के बाद से ही ईरान की शांतिपूर्ण परमाणु गतिविधियों का विषय, देश की विदेश नीति में प्रमुख रहा है।
उन्होंने कहा कि ईरान की शांतिपूर्ण परमाणु गतिविधियों को रोकने के उद्देश्य से अमरीकी सरकार की ओर से पूरा दबाव डाला गया लेकिन ईरानी राष्ट्र के मज़बूत इरादे ने शत्रु की योजनाओं को सफल नहीं होने दिया।
ब्रिगेडियर जनरल ग़ुलाम रज़ा जलाली का कहना था कि शत्रु के पास अब परमाणु शक्ति संपन्न ईरान को मानने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं बचा है। उनका कहना था कि पश्चिम की ओर से अपने वचनों को पूरा न करने से हमने यह सीखा कि उनपर भरोसा नहीं किया जा सकता और भविष्य में ऊर्जा के मामले में उनपर निरभर्ता स्वीकार नहीं की जा सकती।
ब्रिगेडियर जलाली ने कहा कि पिछले कुछ दशकों से पश्चिम, ईरान में परमाणु ऊर्जा से संबन्धित विषय को हमेशा के लिए समाप्त कराने के प्रयास करता आ रहा है। उन्होंने कहा कि इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता की दूरदर्शिता और ईरानी राष्ट्र के कड़े प्रतिरोध के कारण अब देश में परमाणु तकनीक आगे की ओर बढ़ती जा रही है।
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