तुर्की के राष्ट्रपति ने फिर पश्चिम पर लगाए आरोप
तुर्की के राष्ट्रपति ने आरोप लगाया है कि इस देश में आगामी चुनाव में अमरीका और पश्चिम अपना प्रभाव प्रयोग करना चाहते हैं।
रजब तैयब अर्दोग़ान ने रविवार की शाम कहा कि अमरीका से लेकर यूरोप तक की शक्तियां, तुर्की में होने वाले आगामी राष्ट्रपति चुनाव को प्रभावित करने के प्रयास कर रही हैं। उनका कहना था कि इसके लिए मेरे विरुद्ध कई प्रकार के कार्यक्रम बनाए गए हैं।
तुर्की में 14 मई को राष्ट्रपति चुनाव होने जा रहे हैं। अर्दोग़ान ने तुर्की द्वारा पिछले 20 वर्षों के दौरान वर्चस्ववादी शक्तियों के मुक़ाबले की ओर संकेत करते हुए कहा कि इस दौरान देश ने कई सफलताएं अर्जित कीं।
अमरीका और कुछ यूरोपीय देशों ने तुर्की में आतंकी घटनाओं में वृद्धि की संभावना के दृष्टिगत इस देश की राजधानी और वहां के कई अन्य नगरों में अपनी कूटनैतिक गतिविघियां कम कर दी हैं। उनका दावा है कि 21 जनवरी 2023 को स्टाकहोम में तुर्की के दूतावास के सामने क़ुरआन को जलाए जाने की घटना के बाद तुर्की में पश्चिम के विरुद्ध हिंसक कार्यवाहियां हो सकती हैं।
वैसे राजनैतिक टीकाकारों का कहना है कि तुर्की के वर्तमान आर्थिक संकट और विकास के कामों में इस देश की सत्ताधारी पार्टी की विफलता के साथ ही तुर्की के लोगों की दिन-प्रतदिन बढ़ती समस्याओं के कारण रजब तैयब अर्दोग़ान के चुनाव में जीतने की संभावना बहुत धूमिल दिखाई दे रही है।
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