बक़ाई: ईरानी ख़य्याम विश्व की सांस्कृतिक स्मृति में अमर हैं
(last modified Tue, 20 May 2025 12:50:19 GMT )
May २०, २०२५ १८:२० Asia/Kolkata
  • ख़य्याम निशाबूरी की प्रतिमा
    ख़य्याम निशाबूरी की प्रतिमा

पार्स टुडे – ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने ईरानी कवि और दार्शनिक ख़य्याम निशाबूरी की जयंती के अवसर पर एक संदेश में कहा कि यह महान ईरानी दार्शनिक, गणितज्ञ, खगोलशास्त्री और कवि का नाम केवल ईरान के वैज्ञानिक इतिहास में ही नहीं, बल्कि विश्व के सांस्कृतिक इतिहास में भी अमर है।

ईरानी कैलेंडर में 28 उर्दीबहिश्त 1404 (17 मई 2025) को ईरानी कवि और दार्शनिक उमर ख़य्याम निशाबूरी की जयंती के रूप में मनाया जाता है।

 

पार्स टुडे की रिपोर्ट के अनुसार ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता इस्माईल बक़ाई ने रविवार रात सोशल मंच X पर लिखा: आज, महान दार्शनिक उमर ख़य्याम निशाबूरी की जयंती है- एक ईरानी दार्शनिक, गणितज्ञ, खगोलशास्त्री और कवि, जिसका नाम न केवल ईरान के इतिहास में बल्कि विश्व की संस्कृति के इतिहास में भी अमर है।

 

उन्होंने आगे लिखा: ख़य्याम केवल एक वैज्ञानिक नहीं थे, बल्कि एक ऐसे चिंतक थे, जिन्हें सत्य की गहरी खोज थी। एक अशांत व क्षणिक संसार में, वे अर्थ की तलाश में थे, उनकी दृष्टि तीव्र थी और भाषा गहरी।

 

उनकी रुबाइयाँ व चौपाइयां अस्तित्व, मृत्यु, समय और मानवता पर एक महान आत्मा के चिंतन की साक्षी हैं। MM