मैक्रां ने की ग़ज़्ज़ा में अत्याचारों को रुकवाने की मांग
फ्रांस के राष्ट्रपति ने ग़ज़्ज़ा में फ़िलिस्तीनियों के विरुद्ध ज़ायोनी कार्यवाही को ग़ैर क़ानूनी बताया है।
इमैनुएल मैक्रां ने फ़िलिस्तीनियों के विरुद्ध हमलों को रुकवाने की मांग की है।
उन्होंने शुक्रवार की रात में कहा कि इस्राईल द्वारा ग़ज़्ज़ा में फ़िलिस्तीनियों के विरुद्ध की जाने वाली हिंसक कार्यवाहियों का किसी भी स्थति में औचित्य नहीं दर्शाया जा सकता। फ्रांस के राष्ट्रपति का कहना था कि ग़ज़्ज़ा में आम लोगों की मौत, क्रोध और घृणा का कारण बन रही है। ग़ज़्ज़ा में ज़ायोनी शासन की ओर से किये जा रहे हमलों को रुकवाने के बारे में किसी पश्चिमी नेता का यह पहला मौखिक बयान है।
संयुक्त राष्ट्रसंघ के विशेषज्ञ पहले ही सचेत कर चुके हैं कि वर्तमान समय में ग़ज़्ज़ा में जातीय सफाए का काम चल रहा है। इस्राईल ने जहां पहले से ग़ज़्ज़ा का परिवेष्टन कर रखा है वहीं पर वह इस क्षेत्र में पिछले 34 दिनों से लगातार हमले करता आ रहा है। इस प्रकार से ग़ज़्ज़ा वासियों को दोहरी मार झेलनी पड़ रही है।
इससे पहले संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव एंटोनियो गुटेरस ने कहा था कि ग़ज़ा में एक महीने से ज़्यादा समय से जारी इस्राईल के सैनिक आप्रेशन में साफ़ ग़लतियां नज़र आ रही हैं। उन्होंने कहा कि ग़ज़ा पट्टी में बहुत बड़ी संख्या में आम नागरिक मारे गए हैं। गुटेरस के अनुसार ग़ज़्ज़ा में क़त्ल किए जाने वाले बच्चों की बहुत बड़ी संख्या यह बताती है कि इस्राईल के सैनिक आप्रेशन में बहुत ग़लतियां हैं।
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