दाइश का असली चेहरा आया सामने, इस्राईल को टक्कर देने वालों के ख़िलाफ़ आतंकी साज़िश
(last modified Tue, 14 Nov 2023 10:10:46 GMT )
Nov १४, २०२३ १५:४० Asia/Kolkata
  • दाइश का असली चेहरा आया सामने, इस्राईल को टक्कर देने वालों के ख़िलाफ़ आतंकी साज़िश

तकफ़ीरी आतंकवादी गुट दाइश का असली चेहरा और उसका वास्तविक संबंध अब खुलकर सामने आ गया है। एक ओर प्रतिरोधक दलों द्वारा जहां ग़ज़्ज़ा की मज़लूम जनता के समर्थन में अवैध आतंकी इस्राईल और अमेरिका से संघर्ष जारी है तो वहीं दाइश ने प्रतिरोध के जियालों के ख़िलाफ़ हमले तेज़ कर दिए हैं।

प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक़, सीरियाई सेना ने रूस की वायु सेना के समर्थन से सैन्य ऑपरेशन करके एक बड़ा आतंकी हमला नाकाम बना दिया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, रक़्क़ा के रेगिस्तान में स्थित जअबदीन इलाक़े के नज़दीक रसाफ़ा क्षेत्र में मौजूद तकफ़ीरी आतंकवादी गुट दाइश एक बड़े हमले की तैयारी कर रहे थे, जिसकी ख़ुफ़िया जानकारी मिलने के बाद सीरियाई सेना ने रूसी वायु सेना के सहयोग से सैन्य ऑपरेशन करने की योजना बनाई। सोमवार रात दाइश के आतंकियों के ख़िलाफ़ इस विशेष सैन्य अभियान को अंजाम दिया गया। इससे पहले ऐसी ख़बरे समाने आई थीं कि दाइश के आतंकियों एक समूह ने चेकपॉइंट संख्या 10 पर हथगोले और अर्ध-भारी हथियारों से हमला किया, जिसके कारण तीन सीरियाई सैनिक शहीद हो गए। जबकि कई अन्य सैनिक इस हमले में घायल भी हुए थे।

Image Caption

इस बीच सीरिया के रक्षा मंत्रालय ने एक बयान जारी करके बताया है कि देश की सशस्त्र बलों की इकाइयों, जिन्होंने इदलिब, हुमा और हलब प्रांतों के बाहरी इलाक़े में ड्रोन विमानों का उपयोग करके गांवों और कुछ सैन्य बिंदुओं पर हमला करने के आतंकवादी समूहों की योजना को नाकाम बना दिया गया है। इस कार्यवाही में भारी संख्या में आतंकियों के हथियारों को भी नष्ट कर दिया गया है। सीरिया के रक्षा मंत्रालय के अनुसार, सीरियाई सशस्त्र बलों ने हुमा के उत्तरी उपनगरीय इलाक़े में ज्यूरीन क्षेत्र में एक बड़े आत्माघाती ड्रोन को मार गिराया, जो 100 किलोग्राम विस्फोटक लेकर जा रहा था।

दाइश के आतंकी का इस्राईल में होता इलाज, हालचाल मालूम करते नेतन्याहू। (फ़ाइल फोटो)

बता दें कि तकफ़ीरी आतंकवादी गुट दाइश, जो 2012 में संयुक्त राज्य अमेरिका के समर्थन से अस्तित्व में आया था। इस गुट का मुख्य उद्देश्य अमेरिका और अवैध ज़ायोनी शासन के हितों की रक्षा के लिए आतंकी कार्यवाहियों को अंजाम देना है। वर्ष 2017 में ईरान के महान योद्धा शहीद जनरल क़ासिम सुलेमानी के नेतृत्व में इस्लामी प्रतिरोध मोर्चा और सीरियाई-इराक़ी बलों के जियालों ने इराक़ और सीरिया में इस आतंकी गुट को शर्मनाक तरीक़े से पराजित कर दिया था। अब जब प्रतिरोधक बलों के जियाले आतंकी इस्राईल शासन से ग़ज़्ज़ा में टक्कर ले रहे हैं तो वहीं दाइश एक बार फिर सिर उठाने की कोशिश कर रहा है और जहां-जहां से इस्राईल के हमलों के ख़िलाफ़ जवाबी कार्यवाही हो रही है वहां-वहां तकफ़ीरी आतंकवादी गुट दाइश प्रतिरोधक बलों के जियालों के ख़िलाफ़ हमले की योजना बना रहा है। जानकारों के मुताबिक़ यह कोई संयोग नहीं है बल्कि अमेरिका ने इन आतंकवादियों को इसी दिन के लिए पाला है।  (RZ)

हमारा व्हाट्सएप ग्रुप ज्वाइन करने के लिए क्लिक कीजिए

हमारा टेलीग्राम चैनल ज्वाइन कीजिए

हमारा यूट्यूब चैनल सब्सक्राइब कीजिए!

ट्वीटर पर हमें फ़ालो कीजिए 

फेसबुक पर हमारे पेज को लाइक करें।

टैग्स