ग़ज़्ज़ा में शहीद होने वाले पत्रकारों की संख्या 96 पहुंची, आख़िर इस्राईल मीडिया कर्मियों को क्यों बना रहा है निशाना?
(last modified Mon, 18 Dec 2023 13:25:28 GMT )
Dec १८, २०२३ १८:५५ Asia/Kolkata
  • ग़ज़्ज़ा में शहीद होने वाले पत्रकारों की संख्या 96 पहुंची, आख़िर इस्राईल मीडिया कर्मियों को क्यों बना रहा है निशाना?

ग़ज़्ज़ा पट्टी के उत्तर में ज़ायोनी शासन के आतंकी सैनिकों द्वारा एक फ़िलिस्तीनी मीडिया कार्यकर्ता और रेडियो रिपोर्टर को शहीद कर दिया गया।

समाचार एजेंसी इर्ना की रिपोर्ट के मुताबिक़, फ़िलिस्तीनी मीडिया कार्यकर्ताओं और रेडियो रिपोर्टर में से एक "अब्दुल्लाह अलवान", ग़ज़्ज़ा पट्टी के उत्तर में जबालिया शिविर में ज़ायोनी शासन के सैनिकों द्वारा उनके घर पर की गई बमबारी में शहीद हो गए। प्राप्त जानकारी के अनुसार, फ़िलिस्तीनी मीडिया कार्यकर्ता अब्दुल्लाह अलवान की शहादत के साथ, 7 अक्टूबर को ग़ज़्ज़ा पट्टी पर अवैध आतंकी ज़ायोनी शासन के पाश्विक हमलों की शुरुआत के बाद से मीडिया से जुड़े लोगों के शहीद होने की संख्या 96 लोगों तक पहुंच गई है।

फ़िलिस्तीनी मीडिया कार्यकर्ताओं और रेडियो रिपोर्टर में से एक "अब्दुल्लाह अलवान"

इस बीच सोमवार सुबह ग़ज़्ज़ा के केंद्र में स्थित नुसैरात शिविर पर बमबारी के दौरान मीडिया के 95वें शहीद के रूप में फ़िलिस्तीनी पत्रकार हनीन अल-क़तशान शहीद हो गए। इससे पहले फ़िलिस्तीनी सरकार के सूचना कार्यालय ने इस बात पर ज़ोर दिया था कि ज़ायोनी शासन द्वारा पत्रकारों और मीडिया सहयोगियों की हत्या का उद्देश्य सच्चाई को छिपाना और पत्रकारों को डराने की कोशिश करना है ताकि वे अपने कर्तव्यों का पालन न करें और फ़िलिस्तीनियों पर हो रहे अत्याचारों को दुनिया के सामने ना लाएं। (RZ)

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