ग़ज़्ज़ा में जातीय सफाए पर फिर चिंतित हुए गुटेरस
सात अक्तूबर से गज़्ज़ा में फ़िलिस्तीनियों के विरुद्ध ज़ायोनियों की अमानवीय कार्यवाहियां जारी हैं।
पहले अवैध ज़ायोनी शासन ने ग़ज़्ज़ा के रफह क्षेत्र को सुरक्षित इलाक़ा बताकर फ़िलिस्तीनियों को वहां जाने के लिए प्रेरित किया था। अब वहां पर लगभग बीस लाख फ़िलिस्तीनी एकत्रित हो चुके हैं। एसे में ज़ायोनियों ने रफह पर अपने हमले तेज़ कर दिय हैं।
ग़ज़्ज़ा पट्टी के दक्षिणी क्षेत्र में स्थित रफह पर इस्राईल के हमले की योजना को गुटेरस से अवर्णनीय बताया है। संयुक्त राष्ट्रसंघ के महासचिव ने सुरक्षा परिषद की बैठक में इस्राईल द्वारा ग़ज़्ज़ा में किये जा रहे जातीय सफाए के संदर्भ में कहा है कि इस तरह की कार्यवाही निश्चित रूप में मानवीय दुखों को बढ़ाने वाली है। दुनिया के अन्य मुद्दों के बीच अब शांति विलुप्त हो चुकी है। वे कहते हैं कि असमानताएं बढ़ने के साथ ही न्यायोचित शांति भंग हो जाती है।
पश्चिम विशेषकर अमरीका के खुले समर्थन के कारण ही ग़ज़्ज़ा में ज़ायोनी शासन का दुस्सासह बढ़ता जा रहा है। वह वहां पर अब खुलकर फ़िलिस्तीनियों का जनसंहार करने में व्यस्त है और दुनिया उसका तमाशा देख रही है। पश्चिम में स्वतंत्र विचार रखने वाले कुछ लोग इस बारे में अपना विरोध दिखा रहे हैं।
इसी बीच आयरलैण्ड के एक सांसद क्लियर दाली ने कहा है कि सबको पता है कि इस समय ग़ज़्ज़ा में जातीय सफाए का काम चल रहा है। उन्होंने कहा कि यूरोपीय संघ इस अपराध में सहभागी है।