सीना मरूस्थल जाने के बजाए ग़ज़्ज़ा में शहीद होने को वरीयता देंगेः फ़िलिस्तीनी पलायनकर्ता
फ़िलिस्तीनी पलायनकर्ताओं ने ठान लिया है कि वे किसी भी सूरत में अपनी मातृभूमि को नहीं छोड़ेंगे।
वे फ़िलिस्तीनी जो इस समय रफ़ह में शरण लिए हुए हैं उन्होंने कहा कि ज़ायोनियों के ज़मीनी हमले के बावजूद हम किसी भी स्थति में अपनी भूमि को नहीं छोड़ेगे।
नेतनयाहू ने ज़ायोनी सेना को आदेश दिया है कि वह एसे कार्यक्रम को क्रियान्वित करे जिसके आधार पर रफह को ख़ाली करवाया जा सके और साथ ही हमास का भी सफ़ाया किया जा सके। विश्व के बहुत से देशों और मानवाधिकारों के संगठनों ने सचेत किया है कि रफह पर हमला, एक मानव त्रासदी सिद्ध होगा।
अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर दी जाने वाली चेतावनियों के बावजूद ज़ायोनी युद्धक विमानों ने सोमवार की सुबह रफह में फ़िलिस्तीन के रेडक्रीसेंट के मुख्यालय के निकट आवासीय क्षेत्र पर बमबारी की थी। इस हमले में 100 से अधिक फ़िलिस्तीनी शहीद और 230 अन्य घायल हो गए थे।
वर्तमान समय में रफह में लाखों फ़िलिस्तीनी मौजूद हैं। इन फ़िलिस्तीनियों का कहना है कि ग़ज़्ज़ा से उनको बाहर निकालने के हर प्रयास को वे रद्द करेंगे। उनका यह भी कहना है कि मिस्र के सीना मरूस्थल में जाने के बजाए वे ग़ज़्ज़ा में शहीद होने को वरीयता देंगे।