मोहर्रम के बैनर लगाने वालों पर बहरैनी पुलिस का हमला
आले ख़लीफ़ा शासन के सुरक्षा बलों ने बहरैन के विभिन्न क्षेत्रों में मोहर्रम में शिया मुसलमानों द्वारा लगाए जाने वाले काले झंडे और अज़ादारी के बैनर, लगाने वालों पर हमला कर दिया।
इस्लामिक महीने के आरंभ में इमाम हुसैन (अ) की अज़ादारी पूरी दुनिया के मुसलमान मनाते हैं और बहरैन में भी वर्षों से इमाम हुसैन की अज़ादारी बड़े शानदार तरीक़े से मनाई जाती है। लेकिन इधर कुछ सालों से बहरैन सरकार सऊदी अरब के शासन के साथ मिलकर बहरैन में होने वाली अज़ादारी और अज़ादारों पर अत्याचार कर रही है।
बहरैन से प्राप्त समाचारों के अनुसार सऊदी अरब समर्थन प्राप्त बहरैन की शाही सरकार के सुरक्षा बलों ने शिया युवाओं पर उस समय हमला कर दिया जब वे मोहर्रम के आगमन के मद्देनज़र दीवारों पर काले झंडे और बैनर लगा रहे थे।
बहरैन के सुरक्षा बलों के हमले के ख़िलाफ़ इस देश की बहुसंख्यक शिया आबादी वाले क्षेत्रों में लोग सड़कों पर निकल आए और आले ख़लीफ़ा शासन के ख़िलाफ़ नारे लगाए। समाचारों के अनुसार राजधानी मनामा सहित इस देश के उपनगरीय क्षेत्रों में ज़ोरदार प्रदर्शन हो रहे हैं। पुलिस की गोलीबारी और फेंके गए आंसू गैस के गोले में दर्जनों लोग घायल हो गए हैं।
बहरैन की शाही सरकार के सुरक्षा बलों ने, जिन्हें सऊदी सेना का समर्थन प्राप्त है, शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले फेंके, ध्वनि बम से निशाना बनाया और इमाम हुसैन की अज़ादारी से संबंधित सभी काले बैनर और झंडे उखाड़ कर फेंक दिए और उनका अनादर किया। (RZ)