इराकी विदेशमंत्रायल का संबंध समस्त इराकियों से है
(last modified Thu, 24 Nov 2016 12:55:29 GMT )
Nov २४, २०१६ १८:२५ Asia/Kolkata

यमनी सुरक्षा बलों ने सऊदी अरब के अतिक्रमण के जवाब में सऊदी अरब के भीतर जद्दा हवाई अड्डे को प्रक्षेपास्त्र से लक्ष्य बनाया था जिसे सऊदी अरब ने पवित्र नगर मक्का पर किये जाने वाला हमला बताया था।

इराकी विदेशमंत्रालय ने एक विज्ञप्ति जारी करके इस देश के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप पर आधारित सऊदी अरब के राजदूत सामिर सबहान के दावों का जवाब दिया और कहा कि इराकी विदेशमंत्रालय का संबंध समस्त इराकियों से है।

इराकी विदेशमंत्रालय के प्रवक्ता अहमद जमाल ने कहा कि पवित्र नगर मक्का के नाम का दुरुपयोग सामिर सबहान की अक्षमता का सूचक है। अहमद जमाल ने बल देकर कहा कि इराक से निकाल दिये जाने के बाद भी सामिर सबहान नहीं समझे कि इराकी विदेशमंत्रालय समस्त इराकियों से संबंधित है।

सामिर सबहान कुछ समय पहले सऊदी अरब के राजदूत के रूप में इराक में कार्यरत थे और इराक के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेपपूर्ण दृष्टिकोणों व वक्तव्यों के कारण इराकी सरकार की मांग पर उन्हें बगदाद से निकाल दिया गया।

23 नवंबर को सामिर सबहान ने इराक के विदेशमंत्री इब्राहीम जाफरी पर आरोप लगाया था कि वह पहले मक्के को ध्वस्त करने के विचार में थे और उसके बाद उन्होंने इसकी भर्त्सना की।

इराकी विदेशमंत्रालय के संबंध में सामिर सबहान के वक्तव्य का संबंध ओआईसी की हालिया बैठक से है। सऊदी अरब के दावे के अनुसार यमन के अंसारुल्लाह आंदोलन ने पवित्र नगर मक्के पर प्रक्षेपास्त्रिक हमला किया था जिसकी भर्त्सना के लिए ओआईसी की बैठक हुई थी।

इस बैठक में यमन के अंसारुल्लाह आंदोलन के हमले की भर्त्सना में एक प्रस्ताव पारित किया गया और इराक ने इस प्रस्ताव के विरुद्ध मत दिया और रियाज़ के दावे को सिद्ध करने के लिए किसी प्रकार के प्रमाण के न होने के कारण इराक ने उसे रद्द कर दिया और कहा कि यह दावे से अधिक कुछ और नहीं है।

ज्ञात रहे कि यमनी सुरक्षा बलों ने सऊदी अरब के अतिक्रमण के जवाब में सऊदी अरब के भीतर जद्दा हवाई अड्डे को प्रक्षेपास्त्र से लक्ष्य बनाया था जिसे सऊदी अरब ने पवित्र नगर मक्का पर किये जाने वाला हमला बताया था।

बहरहाल पूरी दुनिया के मुसलमानों के लिए पक्का और मदीना का एक विशेष स्थान है और सऊदी अरब पवित्र नगर मक्का पर हमला करने का निराधार दावा करके विश्व जनमत का ध्यान अपनी करतूतों से हटाना चाहता है। ज्ञात रहे कि सऊदी अरब ने 26 मार्च वर्ष 2015 से यमन पर पाश्विक हमला आरंभ कर रखा है जिसमें अब तक 10 हजार से अधिक निर्दोष लोग मारे जा चुके हैं। MM